{ मेरठ से राशिद की रिपोर्ट }
बीमारी को छिपाकर प्रशासनिक नजरों से बचे रहना देशी और विदेशी जमितियों को भारी पड़ता नजर आ रहा है। दरअसल, सीएमओ डॉक्टर राजकुमार ने स्पष्ट किया है कि भले ही क्वॉरेंटाइन का समय पूरा हो जाए, लेकिन बिना सरकारी आदेश के किसी भी जमाती को घर वापस नहीं भेजा जाएगा। फिर चाहे वह भारत के किसी राज्य का रहने वाला हो या विदेशी।
सीएमओ डॉ राजकुमार ने बताया कि सरकार द्वारा जमातियों को लेकर विशेष गाइडलाइन जारी की गई है। जिसके तहत क्वॉरेंटाइन की अवधि पूरी कर स्वस्थ हो चुके जमातियों को भी फिलहाल आइसोलेशन और क्वॉरेंटाइन सेंटर में रोका जा रहा है।
बताते चलें कि कोरोना का कहर बढ़ने के दौरान प्रशासनिक और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों द्वारा जिले के विभिन्न स्थानों से सैकड़ों जमातियों और उनके कांटेक्ट्स को बरामद करने के बाद आइसोलेट और क्वॉरेंटाइन किया गया है। इनमें से कई के क्वॉरेंटाइन और आइसोलेशन की समय अवधि समाप्त हो गई है। लेकिन इसके बावजूद इन्हें इनके घर नहीं भेजा जा रहा है।
इस बारे में जानकारी करने पर सीएमओ डॉक्टर राजकुमार ने बताया की जमातियों को लेकर सरकार द्वारा विशेष गाइडलाइन जारी की गई है। जिसके तहत क्वॉरेंटाइन और आइसोलेशन की अवधि समाप्त होने के बाद इन जमातियों जांच कराई जाएगी।
यदि इनमें से किसी के खिलाफ किसी थाने में एफआईआर दर्ज पाई जाती है तो उसके विषय में प्रशासनिक अधिकारी ही आगे का निर्णय लेंगे।
सीएमओ ने स्पष्ट किया कि बिना सरकारी आदेश के किसी भी देशी या विदेशी जमाती को घर वापसी की अनुमति नहीं दी जाएगी। बताते चलें कि जमातियों के लिए जिले में दो अस्थाई जेल बनाई गई हैं।