लोकसभा चुनाव की तारीख का ऐलान हो चुका है। 7 चरण में होने वाले इस महामुकाबले के लिए सभी दलों ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस बीच खबर आ रही है कि बैतूल लोकसभा सीट से अपने प्रत्याशी अशोक भलावी की मौत के बाद बसपा उनके बेटे अर्जुन भलावी को टिकट दे सकती है।
सूत्रों के मुताबिक बैतूल जिला संगठन ने उनके नाम की अनुशंसा की है, जिस पर जल्द ही मुहर लग सकती है। पार्टी जिला अध्यक्ष उनके नाम का प्रस्ताव लेकर भोपाल स्थित पार्टी कार्यालय पहुंचे हैं। जहां वे इसको लेकर प्रदेश संगठन से चर्चा करेंगे।
इससे पहले अर्जुन भलावी की मौत के बाद दो-तीन लोगों ने पार्टी प्रत्याशी बनने की दावेदारी की थी। लेकिन पार्टी दलित अभियान से जुड़े व्यक्ति को प्रत्याशी बनाना चाहती है। दिवंगत भलावी का पार्टी में ट्रेक रिकॉर्ड देखते हुए यही तय किया गया है कि अब उनकी जगह उनका बेटा चुनाव लड़े। इस प्रस्ताव पर मुहर लगने के बाद पार्टी जल्द ही अर्जुन के नाम की घोषणा कर सकती है।
बसपा प्रत्याशी अशोक भलावी को बैतूल में मजबूत नेता माना जाता था। भलावी पिछले 10 सालों से दलित आंदोलन से जुड़कर काम करते रहे थे। पिछले लोकसभा चुनाव की बात करें तो अशोक भलावी तीसरे स्थान पर रहे थे।
इसके साथ साथ बहुजन समाज पार्टी की सभी गतिविधियों में भी शामिल होकर एससीएसटी वर्ग की आवाज़ उठाते रहे थे। लोगों का कहना है कि अशोक भलावी के साथ उनके दूसरे पुत्र अर्जुन भी एक्टिव मोड में उनके साथ रहते थे। इसलिए पिता के स्थान पर अर्जुन को टिकट दिया जाना उचित है।
नामांकन सहित मतदान को लेकर बैतूल लोकसभा में मतदान को तीसरे चरण के साथ 7 मई को कराने का निर्णय लिया गया है। यहां 12 अप्रैल से सिर्फ बसपा पार्टी के नए उम्मीदवार के नामांकन के लिए तारीख तय की गई है।
जिसके बाद अब बसपा जिला अध्यक्ष द्वारा मृतक अशोक भलावी के पुत्र अर्जुन भलावी को प्रत्याशी बनाने वरिष्ठ नेताओं से चर्चा की गई है। बताया जा रहा है कि लगभग अर्जुन भलावी का नाम फाइनल है और वे सोमवार को अपना नामांकन दाखिल कर सकते हैं।
दरअसल, अशोक भलावी के निधन के बाद बैतूल लोस सीट से कई नेताओं ने प्रत्याशी बनने की पेशकश की थी, लेकिन संगठन द्वारा दलित मूवमेंट से जुड़े रहे अशोक भलावी के बेटे को उम्मीदवार बनाये जाने के संकेत हैं। जिसके चलते अर्जुन भलावी के नाम पर मुहर लगाने पार्टी सुप्रीमो मायावती तक से चर्चा हो गई है। सोमवार को अर्जुन भलावी पर्चा दाखिल कर देंगे, अर्जुन पेशे से ट्रांसपोर्ट के बिजनेस से जुड़े हुए हैं।