रिपोर्ट: सत्यम दुबे
लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, सूबे में सियासी हवा भी तेज होने लगी है। सभी राजनीतिक पार्टीयां विधानसभा चुनाव जीतने के लिए अपने समींकरण सेट करने लगे हैं। हाल ही में अखिलेश यादव ने अपनी रणनीति के बारे में कहा था कि वो विधानसभा चुनाव में छोटे दलों से गठबंधन करेंगे। किसी भी बड़ी पार्टी से गठबंधन नहीं करेंगे। जिसको लेकर मायावती ने अखिलेश यादव पर जोरदार हमला बोला है।
बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने समाजवादी पार्टी पर जोरदार हमला बोला है। मायावती ने आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि सपा दलित विरोधी है। कोई भी बड़ी व प्रमुख पार्टी सपा से गठबंधन नहीं किनारा करना ही ज़्यादा बेहतर समझती हैं।
आपको बता दें कि शुक्रवार सुबह मायावती ने ट्वीट कर लिखा कि समाजवादी पार्टी की घोर स्वार्थी, संकीर्ण व खासकर दलित विरोधी सोच, कार्यशैली आदि के कड़वे अनुभवों तथा इसकी भुक्तभोगी होने के कारण देश की अधिकतर बड़ी व प्रमुख पार्टियां चुनाव में इनसे किनारा करना ही ज़्यादा बेहतर समझती हैं, जो सर्वविदित है।
इसीलिए आगामी यूपी विधानसभा आमचुनाव अब यह पार्टी किसी भी बड़ी पार्टी के साथ नहीं बल्कि छोटी पार्टियों के गठबंधन के सहारे ही लड़ेगी। ऐसा कहना व करना सपा की महालाचारी नहीं है तो और क्या है? आपको बता दें साल 2017 के विधानसभा चुनाव में अखिलेश यादव ने कांग्रेस से गठबंधन किया था, लेकिन इसका उनको कुछ फायदा नहीं हुआ था। बल्कि कांग्रेस से गठबंधन करना समाजवादी पार्टी के लिए नुकसानदेह ही साबित हुआ था।
इसी तरह से उन्होने 2019 के लोकसभा चुनाव में मायावती की पार्टी से गठबंधन किया था। यहां भी उनको कोई बड़ा फायदा नहीं हुआ था। अब आगामीं विधानसभा चुनाव से पहले उन्होने ऐलान किया है कि वो अब छोटे दलों को साथ लेकर विधानसभा चुनाव लड़ेंगे।