नई दिल्ली : कोयला घोटाले को लेकर सुर्खियों में आने वाली रुजिरा बनर्जी के काऱण अब ममता बनर्जी परिवार फंसता नजर आ रहा है, जिसे लेकर कई तरह के कयासे लगाये जा रहे है, हालांकि हम यहां उन कयसों का जिक्र नहीं करेंगे। हम यहां जिक्र करेंगे रूजिरा बनर्जी का, जिसे पश्चिम बंगाली की मुखिया ममता बनर्जी ने पहले अपनी घर की बहू स्वीकार करने से इंकार कर दिया था, फिर उसे स्वीकार किया…
आपको बता दें कि 32 वर्षीय रूजिरा बनर्जी का असली नाम रुजिरा नरूला हैं जिनका परिवार मूल रुप से पंजाब का रहने वाला है। हालंकि रुजिरा का जन्म 1988 में कोलकाता में हुआ था। इतना ही नहीं उनकी स्कूलिंग पश्चिम बंगाल के कोलकाता से पूरी हुई है। फिलहाल उनके माता-पिता दिल्ली एनसीआर में रहते हैं। अगर खबरों की मानें तो अभिषेक और रूजिरा की पहली मुलाकात जादवपुर यूनिवर्सिटी में हुई थी। जहां से दोनों ने अपनी कॉलेज की पढ़ाई की है। इसी दौरान दोनों का प्यार परवान चढ़ा और उन्होंने 24 फरवरी 2012 कोलकाता में शादी कर ली।
हालांकि इस लव मैरिज से ममता काफी खफा थी और वो रूजिरा नरूला को पसंद भी नहीं करती थीं। लेकिन बाद में उन्हें अभिषेक के कारण मानना पड़ा। और अंततः उसे अपनी बहू के रूप में स्वीकार किया। आज अभिषेक और रुजिरा के दो बेटियां और एक बेटा है। बताया जाता है कि रुजिरा बंगाल में कोई एनजीओ भी चलाती हैं।
रुजिरा के बारे में बताया जाता है कि उनके पास थाईलैंड नागरिकता है, जिसे लेकर विपक्षी पार्टियां ममता पर कई आरोप भी लगा चुकी है। बीजेपी सांसद अर्जुन सिंह ने कहा कि ऐसे दो तरह की नागरिकता कैसे हो सकती है। हो सकता है कि ममता जी ने वहां के बैंकों में कैश जमा करने के लिए अपनी बहू को थाइलैंड का नागरिक बनाया हो।
आपको बता दें कि जिस तरह रूजिरा लगातार सुर्खियों में बनी हुई है, उसे लेकर हर कोई इन्हें जानना चाहता है। हालांकि ये सोशल मीडिया पर कुछ खास एक्टिव नहीं रहती। जिस कारण नेट पर इनके बारे में ज्यादा कुछ नहीं है। वे पॉलिटिकली भी कुछ खास एक्टिव नहीं है। वहीं अगर बात करें इन चर्चा की, तो आज से दो साल पहले लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान वो सुर्खियों में आई थी, जब उन्हें कोलकाता एयरपोर्ट पर दो किलो सोने के साथ पकड़ा गया था। उनके ऊपर आरोप सोना तस्करी के आरोप भी लगे थे। इसे लेकर कस्टम विभाग ने रुजिरा के खिलाफ समन जारी किया था। जिसके लिए रुजिरा ने हाई कोर्ट में अपील की थी। वहीं रूजिरा के पति अभिषेक ने इस मामले अपनी पत्नी का बचाव किया और विरोधी पार्टियों पर कई आरोप मढ़ दिये।
क्या है पश्चिम बंगाल का कोयला घोटाला?
भारत-बांग्लादेश सीमा पर पिछले साल नवंबर में बड़े तस्करी का भंडाफोड़ हुआ था। इसमें तस्करी के कथित सरगना इनामुल हक की गिरफ्तारी हुई। तस्करी के तार यूथ तृणमूल कांग्रेस के जनरल सेक्रेटरी नेता विनय मिश्रा तक पहुंचे। 31 दिसंबर 2020 को कोलकाता में विनय मिश्रा के खिलाफ पशु तस्करी और अवैध कोयला खनन के मामले में तलाशी अभियान चलाया गया।