इस साल पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं। चुनाव के मद्देनजर हर पार्टी मतदाताओं को लुभाने का कोई भी मौका गंवाना नहीं चाहती है। ऐसे में राज्य की सीएम और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सुप्रीमो ममता बनर्जी की सरकार बंगाल में ‘मां की रसोई’ योजना शुरू करने जा रही है। इसके तहत लोगों को पांच रुपये में भरपेट भोजन दिया जाएगा। जिसके तहत राज्य सरकार निर्धनों को पांच रुपए के किफायती मूल्य पर भोजन मुहैया कराएगी।
दरअसल, चुनावों से पहले ममता सरकार गरीबों के लिए ‘मां की रसोई’ योजना ला रही है। इस योजना के तहत, गरीब लोगों को केवल 5 रुपये में भोजन उपलब्ध कराया जाएगा। पांच रुपये में लोगों को दाल-चावल, सब्जी और अंडा मिलेगा। आज सीएम ममता बनर्जी राज्य सचिवालय से इस ‘माँ की रसोई’ योजना का शुभारंभ करेंगी। वर्तमान में, इस योजना के तहत, लंच की व्यवस्था कोलकाता के 16 बोरो कार्यालयों में की जा रही है। हर जगह लगभग हजारों लोगों को दोपहर का भोजन परोसा जाएगा। बताया जा रहा है कि यह योजना कोलकाता के बाहर धीरे-धीरे शुरू की जाएगी।
इस बीच ममता ने कहा कि राज्य सरकार 15 रुपये प्रति प्लेट की सब्सिडी खुद वहन करेगी जिसके बाद लोगों को यह पांच रुपये में मिलेगी। उन्होंने कहा कि स्वयं-सहायता समूह हर दिन अपराह्न एक बजे से तीन बजे के बीच रसोइयों का संचालन करेंगे। जिसके बाद कोलकाता में धीरे-धीरे राज्य में हर जगह ऐसे रसोईघर स्थापित किए जाएंगे।
ममता ने कहा कि किसी दिन मैं जाकर इस रसोई में कहना अवश्य खाओगी। यह योजना लोगों को भोजन ‘पहले आओ-पहले पाओ’ के आधार पर मिलेगा। ममता ने कहा, “यह अनूठा विचार है। हमने बजट में इस योजना की घोषणा की थी और आठ दिनों के भीतर इसे शुरू करने में सफल रहे।’’ उन्होंने इतने कम समय में इसे संभव बनाने के लिए विभिन्न विभागों के अधिकारियों का धन्यवाद दिया।
तमिलनाडु में भी तत्कालीन मुख्यमंत्री जयललिता ने ‘अम्मा कैंटीन’ के नाम से एक ऐसी योजना शुरू की, जहाँ गरीबों को 5 रुपये में भरपेट भोजन दिया जाता था। ममता बनर्जी भी इसी तर्ज पर इस योजना को शुरू कर रही हैं। हालांकि, चुनाव से पहले विपक्षी दल इसे चुनावी स्टंट करार दे रहे हैं।
आप को बता दें कि अप्रैल-मई में राज्य में विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनाव आयोग से इस महीने के अंत में राज्य में चुनाव की तारीख की घोषणा करने की उम्मीद है। जिसकी वहज से सभी पार्टी जनता का झुकाओ अपनी तरफ करने में लगी हुई है। सभी पार्टी अपने द्वारा किये गए कार्य जनता के सामने बता रही है। इसके साथ ही सभी पार्टी विपक्षी पार्टी पर आरोप लगाने का कोई भी मौका नहीं चूक रही है।