नई दिल्ली : महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में भूस्खलन की दो अलग-अलग घटनाओं में कुल 44 लोगों की मौत हो गई, वहीं 35 घायलों का इलाज चल रहा है। आपको बता दें कि यह भूस्खलन लगातार हो रही बारिश के कारण हुई है। जिला कलेक्टर निधि चौधरी ने बताया, रायगढ़ जिले में कुल 6 स्थानों पर भूस्खलन हुआ है। जानकारी के अनुसार, पहाड़ी फिसलकर नीचे के लगभग तीन दर्जन घरों में दुर्घटनाग्रस्त हो गई, जिससे अधिकांश पीड़ित बोल्डर, पत्थरों और कीचड़ में फंस गए।
रायगढ़ जिला कलेक्टर चौधरी ने बताया कि, ‘एक स्थान पर बचाव कार्य अभी भी जारी है। मौके पर मौजूद अधिकारियों और कर्मचारियों के अनुसार, लगभग 50 और लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है।
पीएम मोदी ने किया राहत का ऐलान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के रायगढ़ में भूस्खलन से हुई लोगों की मौत पर गहरा दुख जताया है। पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि, ‘महाराष्ट्र के रायगढ़ में भूस्खलन से हुई लोगों की मौत से दुखी हूं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। महाराष्ट्र में भारी बारिश के कारण स्थिति पर बारीकी से नजर रखी जा रही है और प्रभावित लोगों को सहायता मुहैया कराई जा रही है।’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को दो लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि प्रदान करने की घोषणा भी की है।
वहीं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि बारिश से प्रभावित कोंकण के पहाड़ी और भूस्खलन की आशंका वाले क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। रायगढ़ जिले में लोगों की मृत्यु पर उन्होंने दुख जताया। ठाकरे ने जिला प्रशासन को बचाव कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया है।
NDRF personnel distribute food as part of relief operation in the aftermath of heavy rains that led to submerged roads in several parts of Kolhapur, Maharashtra pic.twitter.com/1a4yBu4Lbm
— ANI (@ANI) July 24, 2021
बता दें कि महाराष्ट्र में पिछले कुछ दिनों से हो रही मूसलधार बारिश राज्य के लोगों पर मुसीबत बनकर टूटी है। इसके चलते पिछले दो दिनों में 129 लोगों को जान गंवानी पड़ी है। पिछले 24 घंटों में रायगढ़, रत्नागिरी और सतारा में हुई इन घटनाओं में कई लोग अब भी मलबे में दबे हैं। बाढ़ग्रस्त इलाकों में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ के अलावा नौसेना ने भी मोर्चा संभाल रखा है।
बारिश से प्रभावित पुणे में पिछले दो दिनों में 84,452 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। बाढ़ प्रभावित इलाकों में एनडीआरएफ की टीम युद्धस्तर पर राहत व बचाव कार्य में जुटी हुई है। कोल्हापुर में एनडीआरएफ की टीम ने लोगों को खाना वितरित किया।
महाराष्ट्र के समुद्रतटीय कोंकण, रायगढ़ और पश्चिम महाराष्ट्र में पिछले तीन दिनों से मूसलधार बारिश हो रही है। इसी क्षेत्र में स्थित प्रसिद्ध पर्यटनस्थल महाबलेश्वर में पिछले तीन दिनों में 1500 मिमी. बारिश रिकार्ड की गई है। भारी बारिश के कारण रत्नागिरी जिले के चिपलूण शहर बड़ा हिस्सा गुरुवार को जलमग्न था। शुक्रवार को चिपलूण में जलस्तर कम होने के बाद वहां हुए नुकसान की भयावहता दिखाई दी।
कई इलाकों में पहाड़ों पर भूस्खलन होने से सौ से अधिक लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। भूस्खलन के अलावा कई लोग बाढ़ के तेज बहाव में बह गए।