1. हिन्दी समाचार
  2. Breaking News
  3. Mahakumbh 2025: पीएम मोदी ने संगम में लगाई आस्था की डुबकी, गले में रुद्राक्ष की माला पहनकर की विशेष पूजा-अर्चना

Mahakumbh 2025: पीएम मोदी ने संगम में लगाई आस्था की डुबकी, गले में रुद्राक्ष की माला पहनकर की विशेष पूजा-अर्चना

Maha Kumbh 2025 के पावन अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज प्रयागराज के त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगाई। स्नान के दौरान उन्होंने हाथ और गले में रुद्राक्ष की माला धारण की थी। पीएम मोदी के साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे।

By: Rekha 
Updated:
Mahakumbh 2025: पीएम मोदी ने संगम में लगाई आस्था की डुबकी, गले में रुद्राक्ष की माला पहनकर की विशेष पूजा-अर्चना

Maha Kumbh 2025 के पावन अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज प्रयागराज के त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगाई। स्नान के दौरान उन्होंने हाथ और गले में रुद्राक्ष की माला धारण की थी। पीएम मोदी के साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे। इस दौरान उन्होंने मंत्रोच्चार के साथ मां गंगा की पूजा-अर्चना की और देशवासियों के लिए सुख-समृद्धि की कामना की।

प्रधानमंत्री मोदी ने संगम में पूजा-अर्चना के बाद विशेष आरती

प्रधानमंत्री मोदी ने त्रिवेणी संगम में स्नान करने के बाद विशेष पूजा-अर्चना और आरती की। मंत्रोच्चार और वैदिक परंपराओं के अनुसार उन्होंने मां गंगा को नमन किया और जल अर्पित किया। पीएम मोदी के इस दौरे को लेकर प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे, संगम क्षेत्र में सीआरपीएफ और सेना के जवान तैनात रहे।

संगम में आस्था की डुबकी

पीएम मोदी ने त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाई और मां गंगा को प्रणाम किया।

पूरे विधि-विधान के साथ मंत्रोच्चार के बीच त्रिवेणी संगम की परिक्रमा की।

डुबकी लगाने के बाद मां गंगा की विधिवत पूजा की और देशवासियों के कल्याण की प्रार्थना की।

सीएम योगी आदित्यनाथ भी इस दौरान मौजूद रहे लेकिन पीएम मोदी ने अकेले डुबकी लगाई।

महाकुंभ के लिए प्रयागराज में खास तैयारियां

महाकुंभ 2025 को लेकर प्रयागराज में भव्य तैयारियां की गई हैं। प्रधानमंत्री मोदी के आगमन को लेकर पांच सेक्टर मजिस्ट्रेटों की विशेष तैनाती की गई थी। अरैल क्षेत्र में सुरक्षा को लेकर हाई अलर्ट जारी किया गया।

महाकुंभ हर 12 साल में एक बार आयोजित किया जाता है और हिंदू धर्म का सबसे बड़ा आध्यात्मिक आयोजन माना जाता है। इस महापर्व में करोड़ों श्रद्धालु संगम में स्नान कर धर्म और मोक्ष की प्राप्ति की कामना करते हैं।

इन टॉपिक्स पर और पढ़ें:
Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...