महाकुंभ 2025 में उमड़ रही भारी भीड़ और उससे जुड़ी अव्यवस्थाओं को लेकर मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने एमपी और यूपी सरकारों पर निशाना साधा है। उन्होंने प्रशासन की व्यवस्थाओं को सवालों के घेरे में खड़ा करते हुए “महा-कुंभ Vs महा-जाम” शीर्षक से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट किया।
महा-कुंभ Vs महा-जाम
मप्र के रीवा, कटनी, मैहर, चित्रकूट, जबलपुर से ही 'महा-जाम' यात्रा बाधित कर रहा है! संगम से 250 किमी पहले श्रद्धालुओं को रोक रहे हैं!
मध्य प्रदेश-उत्तर प्रदेश के बीच अराजकता का डबल-इंजन, बुलेट ट्रेन से तेज दौड़ रहा है और सरकारी समन्वय की कमी परेशानी बढ़ा रही…
— Jitendra (Jitu) Patwari (@jitupatwari) February 10, 2025
श्रद्धालुओं को भारी दिक्कतें
जीतू पटवारी ने लिखा, “मध्यप्रदेश के रीवा, कटनी, मैहर, चित्रकूट और जबलपुर से ही श्रद्धालुओं की यात्रा बाधित हो रही है। संगम से 250 किमी पहले ही श्रद्धालुओं को रोका जा रहा है।” उन्होंने कहा कि MP और UP सरकारों के बीच समन्वय की भारी कमी से श्रद्धालु घंटों जाम में फंसे हैं।
7500 करोड़ खर्च फिर भी अव्यवस्था हावी?
पटवारी ने आगे लिखा, “करीब ₹7500 करोड़ खर्च करके 100 करोड़ धर्मप्रेमियों को सुविधाएं देने का दावा किया गया था, लेकिन सड़कों पर किलोमीटर लंबा जाम, खाने-पीने की किल्लत और प्राथमिक उपचार की अनुपलब्धता ने आस्था पर भारी संकट खड़ा कर दिया है।”
BJP सरकारों को दी सलाह
उन्होंने @BJP4MP और @BJP4UP सरकारों को टैग करते हुए कहा कि “बेहतर समन्वय के लिए तत्काल कॉमन एक्शन प्लान बनाना चाहिए। महाकुंभ के प्रचार की तरह ही प्राथमिक सुविधाओं की उपलब्धता का प्रचार भी किया जाना चाहिए, ताकि श्रद्धालुओं को परेशानी न हो।”
महाकुंभ 2025 में श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा को लेकर प्रशासन की तैयारियों पर सवाल उठने लगे हैं। अब देखना होगा कि भाजपा सरकारें इस मुद्दे पर क्या कदम उठाती हैं।