महाकुंभ 2025 को भव्य और दिव्य बनाने की तैयारी में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी जान से लगे हुए हैं। 27 नवंबर को वे प्रयागराज में चल रही तैयारियों का जायजा लेंगे और 238 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे, जिनका उद्देश्य महाकुंभ को स्वच्छ और सुरक्षित बनाना है। इसमें नवनिर्मित कंट्रोल रूम, स्वच्छता उपकरण, फायर सर्विस, जल पुलिस, यातायात एवं अन्य सुरक्षा उपाय शामिल हैं।
स्वच्छता और सुरक्षा को प्राथमिकता
मुख्यमंत्री योगी महाकुंभ 2025 को एक स्वच्छ और सुरक्षित महाकुंभ के रूप में प्रस्तुत करना चाहते हैं। इसी उद्देश्य से वे परेड मेला क्षेत्र में आयोजित कार्यक्रम में स्वच्छता उपकरणों (जैसे टिपर, कॉम्पैक्टर) का अनावरण करेंगे, जिसकी कुल लागत 50.38 करोड़ रुपये है। इसके साथ ही, वे 173 करोड़ रुपये के सुरक्षा उपकरणों का भी लोकार्पण करेंगे। मुख्यमंत्री करीब 20,000 स्वच्छाग्रहियों और सफाई मित्रों को यूनिफॉर्म किट और नाविकों को लाइफ जैकेट प्रदान करेंगे, ताकि सभी कर्मी उत्साह के साथ स्वच्छ और सुरक्षित महाकुंभ में योगदान दे सकें।
गूगल के साथ विशेष समझौता: गूगल मैप्स पर महाकुंभ नेवीगेशन
इस बार गूगल के साथ एक एमओयू साइन किया गया है, जिससे श्रद्धालुओं को गूगल मैप की मदद से महाकुंभ क्षेत्र में प्रमुख धार्मिक स्थलों, घाटों, और अखाड़ों तक पहुंचने में सुविधा मिलेगी। यह पहली बार होगा जब गूगल मैप्स में महाकुंभ का अस्थायी शहर शामिल किया जाएगा, जिससे श्रद्धालुओं को महाकुंभ में बेहतर मार्गदर्शन मिलेगा।
धार्मिक स्थलों और अन्य विकास कार्यों का निरीक्षण
प्रयागराज में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ धार्मिक स्थलों और अन्य विकास परियोजनाओं का भी निरीक्षण करेंगे। वे इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कार्यक्रम में शामिल होंगे और नागवासुकी मंदिर, दशाश्वमेध घाट, गंगा रिवर फ्रंट और गंगा नदी में चल रहे ड्रेजिंग कार्यों एवं पांटून पुलों का निरीक्षण करेंगे। प्रधानमंत्री के आगामी कार्यक्रम को ध्यान में रखते हुए वे संगम नोज पर प्रस्तावित कार्यक्रम स्थल का भी जायजा लेंगे।
स्वच्छता एवं सुरक्षा की शपथ
इस कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी और अन्य गणमान्य अतिथि स्वच्छ कुम्भ एवं स्वच्छ प्रयागराज की शपथ लेंगे। यह कदम महाकुंभ के दौरान स्वच्छता और सुरक्षा को लेकर योगी सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
इस तरह, सीएम योगी आदित्यनाथ की महाकुंभ 2025 को स्वच्छ, सुरक्षित और अद्वितीय बनाने की तैयारियां चल रही हैं, जो न सिर्फ श्रद्धालुओं बल्कि देश-दुनिया के सामने भी एक प्रेरणादायक उदाहरण पेश करेंगी।