उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ 2025 में आस्था की डुबकी लगाने के लिए देशभर से श्रद्धालु बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। इसके चलते रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों में भारी भीड़ उमड़ रही है। लेकिन इसी बीच कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा ट्रेनों में तोड़फोड़ की घटनाएं सामने आई हैं, जिससे रेलवे को भारी नुकसान हो रहा है। अब भारतीय रेलवे ने इन मामलों पर सख्त कार्रवाई करने का फैसला किया है और तोड़फोड़ करने वालों की सीसीटीवी फुटेज के जरिए पहचान की जा रही है।
महाकुंभ के दौरान वाराणसी, चंदौली, मधुबनी और नवादा रेलवे स्टेशनों पर अव्यवस्था बढ़ गई है। यात्री ट्रेन के अंदर जाने के लिए शीशे तोड़ रहे हैं, इंजन और लगेज वैन पर चढ़ रहे हैं। स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस और हमसफर एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों में खिड़कियां तोड़कर जबरन प्रवेश करने की घटनाएं सामने आई हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में देखा जा सकता है कि कुछ लोग ईंट और डंडे से ट्रेनों में तोड़फोड़ कर रहे हैं। इस पर संज्ञान लेते हुए रेलवे सुरक्षा बल (RPF) ने कई स्टेशनों पर FIR दर्ज कर ली है और अपराधियों की पहचान की जा रही है।
रेलवे बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि स्टेशनों और ट्रेनों में लगे सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से दोषियों को चिन्हित किया जाएगा। इसके बाद उन्हें कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।
CCTV फुटेज के जरिए आरोपियों की पहचान की जा रही है। पहचान होने के बाद कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। रेलवे संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। आरपीएफ स्थानीय लोगों से संपर्क कर संदिग्धों की पहचान करने में जुटी है।
रेलवे मंत्रालय ने स्पष्ट कर दिया है कि तोड़फोड़ करने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए रेलवे की खास व्यवस्था
भारतीय रेलवे महाकुंभ जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए विशेष ट्रेनों का संचालन कर रहा है। इसके तहत- महाकुंभ स्पेशल ट्रेनों के साथ लोकल ईएमयू और डेमू ट्रेनें भी चलाई जा रही हैं।
प्रयागराज के आठ प्रमुख स्टेशनों से विशेष व्यवस्था की गई है।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव खुद वार रूम से व्यवस्थाओं पर नजर रख रहे हैं।
रेलवे प्रशासन ने यात्रियों से शांति बनाए रखने और तोड़फोड़ जैसी गैरकानूनी गतिविधियों से दूर रहने की अपील की है।
रेलवे की अपील – व्यवस्था बनाए रखने में करें सहयोग
रेलवे अधिकारियों ने कहा कि रेलवे संपत्ति जनता की संपत्ति है, इसे नुकसान पहुंचाने से आम लोगों को ही असुविधा होगी। यात्रियों से अपील की गई है कि किसी भी अव्यवस्था की स्थिति में शांति बनाए रखें और रेलवे कर्मचारियों का सहयोग करें।
अगर कोई यात्री किसी भी तरह की तोड़फोड़ या हिंसा करता पाया गया, तो उसके खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।