मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव से पहले, राजनीतिक अभियानों में विभिन्न अपरंपरागत रणनीतियाँ उभर रही हैं। ऐसा ही एक विशिष्ट दृष्टिकोण उम्मीदवारों और उनके परिवारों के प्रचार में देखा जाता है।
राजेश मिश्रा द्वारा अभियान नवप्रवर्तन
मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव से पहले, भाजपा उम्मीदवार राजेश मिश्रा ने अपने अनोखे प्रचार तरीके से ध्यान आकर्षित किया है। अपनी बेबाकी के लिए जाने जाने वाले मिश्रा ने मतदाताओं को जोड़ने के लिए एक नया तरीका अपनाया है। मंत्री राधा सिंह एवं सीधी लोकसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी डॉ राजेश मिश्रा गेहूं के खेत में कटाई करते हुए नजर आए।
राजेश मिश्रा के सुर्खियां बटोरने वाले बयान
हाल ही में सीधी-सिंगरौली संसदीय क्षेत्र से बीजेपी सांसद उम्मीदवार डॉ. राजेश मिश्रा ने अपने भाषणों से सुर्खियां बटोरीं, जिनमें एक भाषण सोशल मीडिया पर भी चर्चा का विषय बना रहा। मिश्रा ने भाजपा को वोट देने और अयोध्या के भगवान राम से आशीर्वाद प्राप्त करने के बीच संबंध पर जोर दिया।
सीधी लोकसभा में जातिगत गतिशीलता
सीधी लोकसभा क्षेत्र की जातिगत संरचना का विश्लेषण करें तो लगभग 11 प्रतिशत अनुसूचित जातियाँ हैं, जबकि लगभग 32 प्रतिशत अनुसूचित जनजातियाँ हैं। इसके अतिरिक्त, ठाकुर और ब्राह्मण भी महत्वपूर्ण प्रभाव रखते हैं। क्षेत्र की आठ सीटों में से तीन एसटी और एक एससी के लिए आरक्षित हैं, शेष चार सीटें अनारक्षित हैं।
2019 चुनाव परिणाम
2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी की रीता पाठक कांग्रेस के अजय सिंह को हराकर विजयी हुईं। पाठक को कुल वोटों में से 54.44 प्रतिशत वोट मिले, जबकि सिंह को 32.11 प्रतिशत वोट मिले। सीधी में मतदाताओं की कुल संख्या 1,845,547 थी, जिसमें 69.50 प्रतिशत मतदान हुआ।
जैसे-जैसे 2024 का चुनाव नजदीक आ रहा है, मध्य प्रदेश के राजनीतिक परिदृश्य में विविध रणनीतियाँ और अभियान देखने को मिल रहे हैं।