केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह छत्तीसगढ़ में एक रणनीतिक कदम के साथ, अप्रैल-मई में होने वाले आसन्न लोकसभा चुनावों के लिए चुनावी सरगर्मी शुरू करने की तैयारी कर रहे हैं। उनका निर्णायक संबोधन जांजगीर में होगा, जहां उनके भाजपा क्लस्टर प्रभारियों के साथ चुनाव तैयारियों पर चर्चा करने और राज्य में चुनावों के लिए जमीनी कार्य की समीक्षा करने की उम्मीद है।
कोंडागांव में खोया इतिहास वापस पाने की तैयारी
दिल्ली से अपनी यात्रा शुरू करके गुरुवार दोपहर करीब 12:25 बजे फ्लाइट से रायपुर उतरकर श्री शाह छत्तीसगढ़ के बस्तर के कोंडागांव के लिए रवाना होंगे। इस दौरे के दौरान बैठक के एजेंडे में छत्तीसगढ़ की ग्यारह लोकसभा सीटों के लिए संभावित उम्मीदवारों पर विचार-विमर्श और आगामी चुनावों के लिए एक व्यापक रणनीति तैयार करना शामिल है। पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा को बस्तर और कोरबा सीट में हार का सामना करना पड़ा था। बस्तर में 20 साल बाद कांग्रेस को लोकसभा की सीट मिली थीं। वहीं वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा केवल दंतेवाड़ा विधानसभा की सीट जीत सकी थी। भीमा मंडावी के निधन के बाद हुए उपचुनाव में यह सीट भी कांग्रेस के खाते में चली गई थी।
यह यात्रा जांजगीर में एक सार्वजनिक बैठक के साथ समाप्त होगी, जहां अमित शाह भीड़ को संबोधित करेंगे और छत्तीसगढ़ के लिए भाजपा के दृष्टिकोण के बारे में जानकारी साझा करेंगे। आमसभा के बाद शाम को श्री शाह के दिल्ली रवाना होने से पहले जांजगीर में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से रणनीतिक चर्चा का कार्यक्रम है।
2019 के चुनावों में भाजपा ने ग्यारह लोकसभा सीटों में से नौ सीटें हासिल कीं और आगामी चुनावों में मजबूत प्रदर्शन की उम्मीद के साथ, अमित शाह की छत्तीसगढ़ यात्रा राज्य में पार्टी के अभियान के लिए माहौल तैयार करने में एक महत्वपूर्ण कदम है।