भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने गुरुवार रात भाजपा प्रदेश कार्यालय में लोकसभा चुनाव प्रबंध समिति की बैठक को संबोधित किया । बैठक में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा, लोकसभा चुनाव प्रदेश प्रभारी डॉ. महेंद्र सिंह सहित चुनाव प्रबंधन समिति के सदस्य उपस्थित रहे। चुनावी रणनीति के संबंध के बारे में चर्चा की।
लोकसभा चुनाव को रिकॉर्ड सीटों के साथ जीतना तो है ही, लेकिन जिन सीटों को जीतना है, उन पर मतों का भी रिकार्ड होना चाहिए। आपकी मेहनत के आगे कुछ भी असंभव नहीं है। हर सीट पर वोट शेयर बढ़ाना है। हर मोर्चे पर जुट जाएं। मतदान के दिन खासतौर पर जुटना पड़ेगा। इसमें कोई बड़ा या छोटा बनकर काम न करें। हर साथी भाजपा का ताकतवर प्रहरी है। इसी भावना से आगे बढ़ें। ये बातें भोपाल प्रवास पर आए राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने चुनाव प्रबंध समिति की बैठक में गुरुवार को प्रदेश नेतृत्व से कहीं।
नड्डा ने कहा, कांग्रेस को जवाब दें। सोशल मीडिया पर आक्रामक जवाब दें। जमीन पर जनता व कार्यकर्ता से मिलें। हर सीट पर कम वोटिंग का अध्ययन करें। लीगल सेल को सतर्क रहने को कहा। चुटकी लेते हुए कहा- मैं स्वास्थ्य मंत्री रहा हूं, मुझे पता है कुछ नेताओं को बीपी-शुगर हो जाती है, लेकिन खुश रहेंगे तो सब ठीक होगा। नड्डा व प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के बीच कई दौर की चर्चा हुई। नड्डा ने कहा, पीएम मोदी, केंद्र की सरकार और प्रदेश की भाजपा सरकार ने कई कीर्तिमान बनाए हैं। जनता को यह बात समझानी है।
इससे पहले राजधानी में हर बूथ पर 10 प्रतिशत वोट बढ़ाने के लिए संगठन ने मंथन किया। भाजपा कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा, जिन संसाधनों की जरूरत है, वोटिंग से पहले बताएं। पूरा करेंगे। किसी बूथ पर ऐसी समस्या, जो आपके स्तर पर हल नहीं हो रही तो वरिष्ठ पदाधिकारियों को बताएं। वहां भी सुनवाई न हो तो प्रदेश नेतृत्व को बताएं। हल न कर पाने वाले पदाधिकरियों से भी सवाल होंगे। हमें हर हाल में बड़ी जीत का उपहार पीएम मोदी और पार्टी की उपलब्धियों में शामिल करना है। वे लोकसभा चुनाव प्रबंधन टोली की बैठक को संबोधित कर रहे थे। लोकसभा चुनाव प्रदेश प्रभारी डॉ. महेन्द्र सिंह ने कहा, भाजपा के पास कार्यकर्ताओं की शक्ति है। उसका उपयोग सही दिशा में करें। दोनों नेताओं ने साफ किया कि हालात जो भी हैं, पहले बताएं। उसके बाद पार्टी की रीति-नीति पर नहीं चलने वालों को नजरअंदाज होना पड़ेगा। बोले- दो चरणों में आप सबने बेहतर काम किया। 7 और 13 मई की वोटिंग में और बेहतर करना है।