समावेशी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए, भारत निर्वाचन आयोग ने 26 और 27 अप्रैल को लोकसभा चुनाव के पहले चरण के दौरान ग्वालियर जिले में बुजुर्ग नागरिकों और विकलांग व्यक्तियों के लिए घर-घर जाकर मतदान शुरू किया है।
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी रुचिका चौहान के मार्गदर्शन में इस विशेष मतदान प्रक्रिया के लिए तैयारियों की चाक-चौबंद व्यवस्था की गई है। 1675 बुजुर्गों और 635 विकलांग व्यक्तियों सहित कुल 2310 मतदाताओं ने फॉर्म-12डी भरकर घर से वोट डालने का विकल्प चुना है।
मतदान दल जिले के सभी विधानसभा क्षेत्रों में 120 मार्गों को कवर करते हुए, निर्दिष्ट घरों का दौरा करने के लिए तैयार हैं। सहायक रिटर्निंग अधिकारी अतुल सिंह ने कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार करते हुए कहा कि 26 अप्रैल को सुबह 8 बजे मतदान दलों को मतदान सामग्री वितरित की जाएगी। इसके बाद, टीमें सुबह 9:30 बजे के आसपास घर-घर जाकर मतदान शुरू करेंगी, जिसका लक्ष्य प्रत्येक पात्र मतदाता को सुनिश्चित करना है।
समापन पर डाक मतपत्रों को निर्वाचन आयोग के दिशानिर्देशों का पालन करते हुए शाम 6 बजे तक जिला कोषागार के डबल लॉक में सुरक्षित रूप से संग्रहित किया जाएगा। उम्मीदवारों से इस प्रक्रिया के दौरान या तो व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होने या प्रतिनिधियों को भेजने का आग्रह किया गया है।
घरेलू मतदान की सुविधा प्रदान करने की प्रतिबद्धता लोकतांत्रिक सिद्धांतों को बनाए रखने और चुनावी प्रक्रिया में हर आवाज को सुने जाने को सुनिश्चित करने के प्रति ग्वालियर के समर्पण को रेखांकित करती है।