{ लखनऊ से अनुज की रिपोर्ट }
सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के डेटा के मुताबिक गंगा नदी के 36 मॉनिटरिंग यूनिट हैं जिनमें से 27 पर पानी नहाने और वाइल्ड लाइफ और फिशरीज के लिहाज से सुरक्षित है..
कोरोना वायरस के खिलाफ पूरा देश पिछले करीब एक महीने से लॉक डाउन है. देश और प्रदेशों की सरकारों के आगे बड़ी चुनौती खड़ी है.
जनता को कोई परेशानी न हो, इसके लिए दिन-रात एक कर दिए गए है वहीं देश की जनता भी लॉक डाउन का पालन कर घरों में ही है. इस पूरी कवायद का सबसे ज्यादा फायदा प्रकृति को मिल रहा है..
लॉक डाउन का पॉजिटिव इफेक्ट सबसे ज्यादा नदियों पर पड़ रहा है. देश की प्रमुख नदी गंगा और यमुना में प्रदूषण तेजी से कम हो गया है.
स्थिति ये है कि कई जगह गंगा का पानी नहाने लायक हो गया है. वहीं जलीय जीवों के लिए भी ये सुधार जीवनदायी साबित हो रहा है.
सेंट्रल पॉल्यूशन बोर्ड के डेटा के मुताबिक गंगा नदी के 36 मॉनिटरिंग यूनिट हैं जिनमें से 27 पर पानी नहाने और वाइल्ड लाइफ और फिशरीज के लिहाज से सुरक्षित है.