अरविंद केजरीवाल सरकार दिल्ली में कोरोना से निपटने के लिए फिर से सख्ती बरत सकती है। मुख्यमंत्री ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसके संकेत दिए। दिल्ली सरकार ने एक प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा है जिसमें छोटे स्तर पर लॉकडाउन की इजाजत मांगी गई है।
अगर केंद्र इजाजत देता है तो ज्यादा संक्रमण वाले इलाकों में लॉकडाउन लगाया जा सकता है। केजरीवाल ने कहा कि कुछ बाजारों में दिवाली के समय काफी लापरवाही देखने को मिली। लोग न मास्क पहन रहे थे, न सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रख रहे थे।
उन्होंने कहा अगर हमने पाया कि बाजारों में मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया जा रहा और वो जगह कोरोना हॉटस्पॉट बन सकती है तो वहां पर कुछ दिनों के लिए बंद करने की इजाजत दिल्ली सरकार को दी जाए।
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— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) November 17, 2020
ऐसा प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा जा रहा है। शादियों में मेहमानों की संख्या 200 तक रखने की छूट दी गई थी लेकिन बढ़ते मामलों को देखते हुए इसे 50 तक सीमित रखने का प्रस्ताव एलजी को भेजा गया है।
आप को बता दे कि दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने सोमवार को कहा था कि राजधानी में कोविड की तीसरी लहर खत्म हो गई है। लॉकडाउन लगाने का कोई प्लान नहीं है। दिल्ली में फिर से लॉकडाउन नहीं लगेगा। मुझे नहीं लगता कि अभी ये प्रभावी कदम साबित होगा। सबका मास्क पहनना ज्यादा फायदेमंद है।”
दिल्ली में सोमवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 3,797 नए मामले सामने आए जिससे यहां कुल मामले बढ़कर 4.89 लाख से अधिक हो गए। यह जानकारी अधिकारियों ने दी। अधिकारियों ने बताया कि वहीं संक्रमण से 99 और मरीजों की मौत हो गई जिससे मृतकों की संख्या बढ़कर 7,713 हो गई।
दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी ताजा बुलेटिन के अनुसार त्योहारों के मौसम और प्रदूषण के बढ़ते स्तर के बीच शहर में संक्रमित होने की दर 12.73 प्रतिशत रही। अभी दिल्ली में कोरोना के 40,128 मरीज उपचाराधीन हैं। बुलेटिन में कहा गया कि संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 4,89,202 हो गए हैं।