रिपोर्ट: नंदनी तोदी
अमेठी: उत्तर प्रदेश उन राज्यों में से एक है जहां से नामी और मेहनती कलाकार सामने आते हैं। ऐसे ही थे महान साहित्यकार जगदीश पियूष, जिनका 71 साल की उम्र में निधन हो गया। ख़बरों की माने तो बे बीते दो हफ़्तों से बीमार चल रहे थे। आपको बता दें, महान साहित्य कलाकार जगदीश पीयूष का जन्म अमेठी जिले के संग्रामपुर ब्लॉक के कसारा गांव मे 27 जुलाई 1950 एक किसान परिवार में हुआ था। जगदीश का गाँधी परिवार के साथ गहरा ताल्लुक था। उन्होंने अपने राजनैतिक करियर की शुरुआत भी संजय गाँधी के साथ की थी। इतना ही नहीं वे उनकी सभी राजनैतिक गतिविधियों में भी शामिल रहते थे। इसके अलावा अनेक अखबारों एवं पत्रिकाओं की सुर्खियों में भी वे छाये रहे।
जगदीश के पुत्र अनूप ने ही अपने पिता की बिगड़ती तबियत के बारें में जानकारी दी थी। अनूप ने बताया कि उनके पिता लगभग 12-13 दिन तक लखनऊ स्थित मेदांता अस्पताल में भर्ती रहे। वहां के डॉक्टरों की सलाह पर उन्हें 4 फरवरी को मुंशीगंज स्थित संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उनकी स्थिति लगभग स्थिर बनी रही। लेकिन शुक्रवार की रात उन्होंने आखरी सांस ली।
साहित्यकार जगदीश पीयूष के निधन पर मनोज मुंतशिर ने सोशल मीडिया पर अपना दुःख व्यक्त करते हुए लिखा, “मेरे पिता तुल्य, अवधी के वरद-पुत्र और अमेठी के पहले celebrity, जगदीश पीयूष नहीं रहे। मेरे बचपन के कई पन्ने एक साथ मिट गए। वो मार्गदर्शक चला गया जिसने पहली बार कवि सम्मेलन में मुझे 300 रूपए की फीस दिलवायी थी। वो साथी चला गया जो पिछले 30 सालों में मेरी हर छोटी-बड़ी कामयाबी पर निहाल होता रहा। मैंने क्या खो दिया, ये सिर्फ मेरा दिल जानता है।”