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बड़ी खबर : देर रात पश्चिम दिल्ली में आया भूकंप, नींद के आगोश में थे लोग

By Amit ranjan 
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नई दिल्ली : देश में जारी बढ़ती कंपकंपी और ठंड के बीच लगातार ऐसे कई खबरें सामने आ रहें है, जिसने लोगों के दिलों को दहला कर रख दिया है। एक ऐसी ही खबर पश्चिम दिल्ली की है, जहां देर रात तकरीबन 9 बजकर17 मिनट पर भूकंप का झटका महसूस किया गया। आपको बता दें कि इस भूकंप की तीव्रता 2.8 रिक्टर पैमाने पर मापा गया।

खबरों की मानें तो इस भूकंप में किसी तरह की कोई क्षति नहीं हुई है। वहीं अधिकतर लोगों को इस भूकंप का अहसास भी नहीं हुआ, क्योंकि अधिकतर लोग नींद के आगोश में थे। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक रिक्टर पैमाने पर भूकंप 2.8 तीव्रता का भूकंप बुधवार ​​रात 09:17 IST पर पश्चिम दिल्ली में आया था।

क्या है रिक्टर पैमाना

रिक्टर पैमाना (अंग्रेज़ी:Richter magnitude scale) भूकंप की तरंगों की तीव्रता मापने का एक गणितीय पैमाना है। किसी भूकम्प के समय भूमि के कम्पन के अधिकतम आयाम और किसी यादृच्छ (आर्बिट्रेरी) छोटे आयाम के अनुपात के साधारण लघुगणक को ‘रिक्टर पैमाना’ कहते हैं। रिक्टर पैमाने का विकास 1930 के दशक में किया गया था।

कौन से भूकंप खतरनाक होते हैं?

रिक्टर स्केल पर आमतौर पर 5 तक की तीव्रता वाले भूकंप खतरनाक नहीं होते हैं, लेकिन यह क्षेत्र की संरचना पर निर्भर करता है। यदि भूकंप का केंद्र नदी का तट पर हो और वहां भूकंपरोधी तकनीक के बगैर ऊंची इमारतें बनी हों तो 5 की तीव्रता वाला भूकंप भी खतरनाक हो सकता है। यदि रिक्टर स्केल पर 7 या इससे अधिक की तीव्रता वाला भूकंप है तो आसपास के 40 किमी के दायरे में झटका तेज होता है। लेकिन यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि भूकंपीय आवृत्ति ऊपर की तरफ है या दायरे में। यदि कंपन की आवृत्ति ऊपर को है तो कम क्षेत्र प्रभावित होगा।

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