{ आगरा से शिव कुमार की रिपोर्ट }
कोरोना वायरस के कोहराम के बाद इस महामारी से लोगों को बचाने के लिए कई लोग ऐसे हैं जो योद्धा बनकर उभरे हैं और इनमें पुलिसकर्मी और स्वास्थ्य कर्मियों की हर कोई तारीफ कर रहा है।
अपने घरों से दूर यह लोग 24 घंटे लोगों को करोना वायरस से बचाने के लिए अपनी जान जोखिम में डालते हुए न केवल करोना पीड़ितों का इलाज कर रहे हैं बल्कि लोगों को इस घातक बीमारी से बचाने के प्रति सचेत भी कर रहे हैं।
शहीद नगर स्थित होटल चाणक्य में होटल प्रबंधक वंदना प्रसाद व आरिफ हाशमी के नेतृत्व में होटल में ठहरे स्वास्थ्य कर्मियों का पुष्प वर्षा कर जोरदार स्वागत किया गया।
बता दें होटल प्रबंधक वंदना और आरिफ हाशमी ने इस विपत्ति की घड़ी में शासन और प्रशासन का सहयोग करते हुए अपना पूरा होटल ही क्वॉरेंटाइन सेंटर के रूप में प्रशासन को दे रखा है।
होटल में बड़े पैमाने पर स्वास्थ्य कर्मी ठहरे हुए हैं , होटल प्रबंधक द्वारा यहां उनके रुकने के साथ खाने-पीने का भी इंतजाम किया गया है।
वही होटल प्रबंधक वंदना प्रसाद व आरिफ हाशमी का स्वास्थ्य कर्मियों के स्वागत को लेकर कहना था कि इस आपात घड़ी में स्वास्थ्य पुलिस और मीडिया के लोग जिस तरह से अपनी जान जोखिम में डाल अपने फर्ज को अंजाम दे रहे हैं वह वाकई काबिले तारीफ है।
जिस तरह से होटल चाणक्य के प्रबंधक ने इंसानियत और हिंदुस्तानी होने का अपना फर्ज निभाते हुए ताज नगरी में सबसे पहले आगे बढ़ कर शासन और प्रशासन का सहयोग करते हुए अपने पूरे होटल को क्वॉरेंटाइन सेंटर के रूप में दिया है।
वह वाकई काबिले तारीफ है और इस तरह अगर और भी अन्य लोग लोगों की मदद के लिए आगे आए तो कोरोना जैसी इस घातक बीमारी है से न केवल हिंदुस्तान को बचाया जा सकता है बल्कि जिताया भी जा सकता है।