नई दिल्ली : अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद तालिबान लगातार सरकार गठन की तैयारी में जुटा हुआ है। जिसका अब नया स्वरूप आते दिख रहा है। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स से सूत्रों के मुताबिक, तालिबान सरकार का नेतृत्व मुल्ला अब्दुल गनी बरादर करेंगे। मुल्ला बरादर तालिबान के कतर स्थित राजनीतिक कार्यालय के प्रमुख रह चुके हैं। रॉयटर्स की रिपोर्ट की मानें तो तालिबान के संस्थापक मुल्ला उमर के बेटे मुल्ला मोहम्मद याकूब और शेर मोहम्मद अब्बाद स्तेनकजई तालिबान सरकार में अहम पद संभालेंगे।
बताया जा रहा है कि यह नई सरकार ईरान के तर्ज पर काम करेगी। सूत्रों के मुताबिक आज या कल में किसी भी वक्त तालिबानी सरकार का ऐलान हो सकता है। बताया जा रहा है कि तालिबान नेताओं में अभी भी बातचीत जारी है। तालिबान ने इस बात की पुष्टि की है कि वे अपने सबसे बड़े धार्मिक नेता मुल्ला हेबतुल्ला अखुंदजादा को अफगानिस्तान का सर्वोच्च नेता बनाने जा रहे हैं। मुल्ला अखुंदजादा का व्यक्तित्व बहुत रहस्यमय है और उन्हें लंबे समय से सार्वजनिक रूप से देखा नहीं गया है।
तालिबान के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर रॉयटर्स को बताया, ‘सभी शीर्ष नेता काबुल पहुंच गए हैं, जहां नई सरकार की घोषणा करने की तैयारी अंतिम चरण में है।’
पाकिस्तानी जेल में 8 साल रहा कैद
मुल्ला बरादर तालिबान का नंबर दो नेता है और दोहा में राजनीतिक कार्यालय का अभी प्रमुख है। उसका पूरा नाम मुल्ला अब्दुल गनी बिरादर है और करीब 20 साल बाद पहली बार अफगानिस्तान पहुंचा है। मुल्ला बरादर ने ही अपने बहनोई मुल्ला उमर के साथ मिलकर तालिबान की स्थापना की थी। तालिबान का सह-संस्थापक और मुल्ला उमर के सबसे भरोसेमंद कमांडरों में से एक मुल्ला अब्दुल गनी बरादर को 2010 में पाकिस्तान के कराची में गिरफ्तार कर लिया गया था। लेकिन, डोनाल्ड ट्रंप के निर्देश और तालिबान के साथ डील होने के बाद पाकिस्तान ने इसे 2018 में रिहा कर दिया था। रिहा होने के बाद अफगान युद्ध का निर्विवाद नेता बना बरादर बरादर दोहा में तालिबान के राजनीतिक कार्यालय के प्रमुख नियुक्त किए गए।
तीन साल पहले जेल से रिहा होने के बाद तालिबान नेता अब्दुल गनी बरादर अफगानिस्तान में 20 साल से चल रहे युद्ध का निर्विवाद विजेता बनकर उभरा। बरादर का कद तालिबान के प्रमुख हैबतुल्लाह अखुंदजादा से नीचे है। इसके बावजूद उसे तालिबान का हीरो माना जा रहा है, वहीं अखुंदजादा अब भी पर्दे के पीछे से छिपकर ही अपने आतंकी संगठन को चला रहा है।