देश की राजधानी में दिल्ली में कोरोना वायरस के मामले में बार फिर तेजी आ गई है। इस बीच सीएम केजरीवाल ने कहा, दिल्ली में कोविड-19 की स्थिति अगले 7 से 10 दिन में नियंत्रण में आ जानी चाहिए, हम अगले सप्ताह कई कदम उठाने की सोच रहे हैं। केजरीवाल ने ये भी कहा कि दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में आयी तेजी का मुख्य कारण तेजी से बढ़ता प्रदूषण है।
उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “पिछले कुछ दिनों से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। मैं इसको लेकर चिंतित हूं। हमने इसे नियंत्रण में करने के लिए सभी उचित कदम उठाए हैं। मेरा मानना है कि स्थिति 7 से 10 दिन के भीतर नियंत्रण में आ जानी चाहिए और मामले कम होने लगेंगे।”
पराली जलाए जाने के मुद्दे पर केजरीवाल ने कहा, पराली को खाद में बदलने वाली बायो-डिकम्पोजर तकनीक दिल्ली में कामयाब रही। अब वक्त आ गया है कि सभी सरकारें इसे लागू कर किसानों की मदद करें। आईएआरआई की पराली निरोधक दवाओं ने दिल्ली के 24 गांवों में खेतों में 70 से 95 फीसदी फसल अवशेष को विघटित कर दिया है।
पूसा इंस्टीट्यूट की बायो-डिकम्पोज़र तकनीक के रुप में अब हमें पराली का समाधान मिल गया है। हमने दिल्ली में उसे कामयाब करके दिखाया है। ये समाधान सस्ता भी है और आसान भी।
प्रदूषण के ख़िलाफ़ इस लड़ाई में दिल्ली ने इच्छाशक्ति दिखाई है, अब बारी दूसरे राज्यों की है। pic.twitter.com/aOhRZIov1O
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) November 13, 2020
उन्होंने ने आगे कहा पूसा इंस्टीट्यूट की बायो-डिकम्पोज़र तकनीक के रुप में अब हमें पराली का समाधान मिल गया है। हमने दिल्ली में उसे कामयाब करके दिखाया है। ये समाधान सस्ता भी है और आसान भी। प्रदूषण के ख़िलाफ़ इस लड़ाई में दिल्ली ने इच्छाशक्ति दिखाई है, अब बारी दूसरे राज्यों की है।
आप को बता दे कि दिल्ली में कोरोना से गुरुवार को 104 लोगों की मौत हो गई। यहां एक दिन में जान गंवाने वाले मरीजों की यह सबसे बड़ी संख्या है। इस दौरान 7,053 नए केस मिले हैं। अब तक दिल्ली में कुल 4,67,028 केस सामने आए हैं। 4,16,580 मरीज ठीक हो चुके हैं। मरने वालों की कुल संख्या 7,332 हो चुकी है। वही 43,116 एक्टिव केस हैं।