कहा जाता है कि यदि कलयुग में कोई ईश्वर इस धरती पर हैं, तो वो केवल राम के सबसे बड़े भक्त पवन पुत्र श्री हनुमान ही हैं। श्री हनुमान को वायु पुत्र भी कहा जाता है। उनका वेग तो वायु से भी तेज माना जाता है। उनका जन्म ही राम काज को सिध्द करने के लिए हुआ था।पवन पुत्र का नाम लेते ही सारे दुख दूर हो जाते है। उनका नाम सुनते ही सभी बुरी शक्तियां दूर भाग जाती है। कहते है कलयुग में सिर्फ प्रभु हनुमान ही सशरीर विद्यमान हैं, और जब तक इस धरती पर प्रभु राम का नाम रहेगा, तब तक राम भक्त हनुमान भी रहेंगे।
रिपोर्ट: अनुष्का सिंह
नई दिल्ली: कहा जाता है कि यदि कलयुग में कोई ईश्वर इस धरती पर हैं, तो वो केवल राम के सबसे बड़े भक्त पवन पुत्र श्री हनुमान ही हैं। श्री हनुमान को वायु पुत्र भी कहा जाता है। उनका वेग तो वायु से भी तेज माना जाता है। उनका जन्म ही राम काज को सिध्द करने के लिए हुआ था।पवन पुत्र का नाम लेते ही सारे दुख दूर हो जाते है। उनका नाम सुनते ही सभी बुरी शक्तियां दूर भाग जाती है। कहते है कलयुग में सिर्फ प्रभु हनुमान ही सशरीर विद्यमान हैं, और जब तक इस धरती पर प्रभु राम का नाम रहेगा, तब तक राम भक्त हनुमान भी रहेंगे।
भगवान हनुमान को तीनों लोकों में सबसे शक्तिशाली भगवान माना जाता है। विशेष रूप से परेशानी या खतरे के समय में भगवान हनुमान सबसे ज्यादा याद किए जाते हैं। एक हिंदू के लिए यह बिल्कुल सामान्य है, चाहे वह कितना भी शिक्षित क्यों न हो, संकट में, खतरे या भय से गुजरने पर सबसे पहले, जय हनुमान का ही नाम लेता है। स्कंदपुराण और हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार बजरंगबली हनुमान जी का जन्म मंगलवार के दिन हुआ था। इसलिए यह दिन उन्हें समर्पित है और इस दिन हनुमान जी की विधि-विधान से पूजा होती है। कहा जाता है कि हनुमान की पूजा करने से भक्तों के सभी संकट और कष्ट दूर होते हैं।
आईये आपको बताते हें संकट मोचन हनुमान को प्रसन्न करने के उपाय।