{ कानपुर से उपेंद्र की रिपोर्ट }
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सात वचन को निभा रही देश की जनता और प्रशासन की आंखों में किस तरह से धूल झोंकी जा रही है यह देखना हो तो यूपी के कानपुर के यह नजारा ही सब कुछ बयाँ कर देगा।
जहां एमरजेंसी सेवा का इस्तेमाल करते हुए कुछ युवकों ने पुलिस को फोन किया और दो दिनों से भूखे पेट होने का हवाला देते हुए राशन की मांग की।
जिसके बाद राशन लेकर पहुँचे विभाग के सिपाहियों को शक हुआ तो उन्होंने घर मे बनी किचन की तलाशी लेना शुरू किया और जैसे ही किचन का नजारा देखा तो दंग रह गए। क्योंकि किचन में न तो राशन की कमी थी और न ही सूचना देने वाले युवक भूखे पेट थे।
दरअसल बेहद चौकाने वाला यह वाक्या कानपुर के गोविंद नगर थाना क्षेत्र का है। जहां दबौली ए ब्लॉक में किराए पर रहने वाले चंदन सिंह व उसके अन्य साथी नॉनवेज बनाने की तैयारी कर रहे थे। तभी खाद सामग्री कम पड़ने पर चंदन ने पुलिस को सूचना देकर खाना न मिलने की बात कही।
जिसके बाद पहुँची पुलिस को शक हुआ तो तलाशी में पूरा खुलासा हो गया। वहीं दूसरी तरफ यह भी खुलासा हुआ कि एक कमरे में रहने वाले आठ युवक देवरिया के रहने वाले हैं जिसमें अधिकतर मुस्लिम समुदाय के युवक हैं।
जिन्हें दबौली निवासी पूजा बुकलानी नाम की दबंग महिला ने सारे नियमों को ताक में रखते हुए किराये पर मकान दे रखा है। हालांकि आरोपी चन्दन पुलिस की कार्रवाई को देखते हुए मौके से फरार हो गया है।