Lok Sabha Elections 2024 : जीतू पटवारी ने कहा है कि नरेंद्र मोदीजी ने 10 साल पहले नारा दिया था अच्छे दिन का। लेकिन आज देश में 75 साल की आज़ादी के बाद आरक्षण बचाने की बहस है, लोकतंत्र बचाने की बहस है, मत के अधिकार बचाने की, मीडिया की स्वतंत्रता की बहस है। इस बीच मोहन भागवत और अमित शाह जी का बयान आया है कि आरक्षण को कोई ख़तरा नहीं है, लोकतंत्र को कोई ख़तरा नहीं है, हम संविधान नहीं बदलना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि इस तरह के बयान बीजेपी के दिखाने के दांत हैं। इनके खाने के दांत तो वो है जब अनंत हेगड़े ने कहा अबकी बार 400 पार क्योंकि संविधान बदलना है।अयोध्या सांसद लल्लू सिंह ने कहा ने भी यही कहा। राजस्थान से बीजेपी प्रत्याशी ज्योति मिर्धा ने कहा कि अगर संविधान बदलना है तो बीजेपी की सरकार बनाना जरुरी है।
ऐसे ही अलग अलग समय पर अलग अलग लोगों ने इस भावना को व्यक्त किया है। सूरत में भारतीय जनता पार्टी ने धनबल, जनबल और प्रशासन के बल पर जिस तरह निर्विरोध प्रत्याशी चुन लिया, वो सरासर संविधान की भावना के वितरित है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि आज चुनाव आयोग भी ख़तरे में है, उसकी नियुक्तियाँ ख़तरे में आ गई, न्याय व्यवस्था ख़तरे में आ गई, स्वायत्त संस्थाएँ ख़तरे में आ गई और बीजेपी जो अच्छे दिन के नारे के साथ आई थी और स्थिति ये आ गई है कि संविधान बचाने की बहस हो रही है। इसीलिए देशवासियों को जागने की जरुरत है। संविधान, आरक्षण बचाना है तो कांग्रेस का लाना होगा।
आज जिस तरह निजीकरण हो रहा है, उसमें आरक्षण समाप्त हो रहा है जिसके लिए नरेंद्र मोदी, बीजेपी और उसकी व्यवस्था ज़िम्मेदार है। ये आरक्षण पर पीछे से रास्ते से भी प्रहार कर रहे हैं। इसीलिए आज देशहित में और बाबा साहब अंबेडकर के संविधान को बचाने के लिए देशवासियों को सोच समझकर वोट देना चाहिए।