Loksabha Election: जीतू पटवारी ने बीजेपी सरकार पर राजनीतिक प्रहार किए हैं। उन्होंने एक्स पर पोस्ट करके बताया है कि बीजेपी सरकार में 6 प्रमुख शहरों में अलग-अलग प्रकार के माफिया हावी हैं। बीजेपी ने भी जीतू पटवारी के आरोपों पर जवाब देते हुए कहा है कि उनकी नजर में ही दोष है।
Loksabha Election: मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी ने भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए प्रदेश के 6 शहरों को अलग -अलग माफिया राज का शिकार बतायाजीतू पटवारी ने MP में माफिया राज बताया , भाजपा बोली-दोष आपकी नजर में पीसीसी चीफ ने बुधवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा- मुख्यमंत्री जी, जब मैं कहता हूं कि कर्ज, क्राइम, करप्शन मध्यप्रदेश की पहचान है…जब मैं कहता हूं कि आपके ‘सुशासन’ में माफिया पनप रहा है तो व्यक्तिगत रूप से मेरे खिलाफ एफआईआर हो जाती है।
लेकिन सच यही है। पटवारी ने आगे लिखा- ऐसे जिलों की सूची बनाई जाए तो हर जिले में नया माफिया दिखाई देगा। पर्ची की लाज रखें, माफिया को काबू करें। उन्होंने जिलों के माफिया राज को ऐसे परिभाषित किया, जबलपुर-गुंडा माफिया, उज्जैन -जमीन माफिया, शहडोल-खनन माफिया, खजुराहो -कुर्सी माफिया, इंदौर -राजनैतिक माफिया, अलीराजपुर-अस्मत माफिया। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने जीतू पटवारी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि दोष नजर का है पटवारी जी, विश्व प्रसिद्ध खजुराहो में आपको कुर्सी माफिया और संस्कारधानी जबलपुर में गुंडा माफिया नजर आ रहा है।
जीतू पटवारी ने जब से मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाली है, तब से कांग्रेस के कई पुराने और वर्तमान नेता पार्टी छोड़ चुके हैं। लोकसभा चुनाव के दौरान कई वर्तमान विधायकों ने पार्टी छोड़ी और सबसे बड़ा झटका लगा, जीतू पटवारी के गृह जिले इंदौर में, जहां पर कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार अक्षय कांति बम ने नामांकन ही वापस ले लिया।
ये एक बड़ा झटका था कांग्रेस के लिए और जीतू पटवारी के नेतृत्व के लिए। जीतू पटवारी के साथ विवाद भी पीछा नहीं छोड़ रहे हैं। पूर्व मंत्री और बीजेपी नेता इमरती देवी को दिए गए बयान की वजह से उन पर एफआईआर भी दर्ज हो गई। कुल मिलाकर कांग्रेस पार्टी इस समय बड़े संकट में है और इसके साथ ही संकट में है उसका प्रादेशिक नेतृत्व।