रिपोर्ट: नंदनी तोदी
बरेली: केंद्र के कृषि कानूनों को लेकर देशभर में प्रदर्शन जारी है। जहां एक तरफ पूरा भारत 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मना रहा था, वहीं दिल्ली के लाल किला में किसानों द्वारा हिंसक प्रदर्शन किया गया। इस दौरान एक किसान की मौत हो गई जिसको लेकर दिल्ली पुलिस पर उंगलियां उठाई गई है।
दिल्ली में 26 जनवरी को हो रहे किसान आंदोलन के दौरान ट्रेक्टर रैली निकाल कर हिंसक प्रदर्शन किया गया। इतना ही नहीं, पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच पथराव और टकराव भी हुआ। इसी बीच एक किसान की मौत हो गई। जिसके बाद दिल्ली पुलिस पर सवाल उठाये गए। हालाँकि अब पोस्टमॉर्टम में खुलासा हो गया है कि किसान की मौत गोली लगने से नहीं हुई थी।
इस बात की पुष्टि करते हुए बरेली जोन के एडीजी अविनाश चंद्र ने कहा कि किसान की मौत ट्रैक्टर पलटने के चलते हुई, जैसा कि वायरल वीडियो में भी सामने आया है। उन्होंने बताया कि किसान को अंदरूनी चोटें आई थीं।
आपको बता दें, आज किसान आंदोलन को 64 दिन पुरे हो चुके है लेकिन अभी तक कोई निष्कर्ष नहीं निकला है। इसी के चलते, लाल किले पर 26 जनवरी को ट्रेक्टर रैली निकलने का फैसला लिया गया। लेकिन ये प्रदर्शन काफी हिंसक रहा, जहां प्रदर्शनकारियों ने न केवल पुलिस के बैरिकेड्स को तोड़े, पुलिस के साथ झड़प की, वाहनों की तोड़ फोड़ की बल्कि लाल किले पर एक धार्मिक झंडा भी लगाया।