Loksabha Election: भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सागर लोकसभा क्षेत्र के विदिशा जिले के सिरोंज में गुरूवार को चुनावी सभा को संबोधित किया। उन्होंने सागर लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार लता वानखेड़े के पक्ष में वोट डालने की अपील की। बता दें, बीजेपी ने लता को प्रत्याशी बनाया है। इस दौरान एमपी के सीएम डॉ. मोहन यादव भी मौजूद थे।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सभा में कहा- मध्यप्रदेश कभी बीमारू राज्यों में शामिल था। ये कहानी 20 साल पुरानी है। जब से बीजेपी सत्ता में आई।भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि आज देश की अर्थव्यवस्था दुनिया में पांचवें स्थान पर है और आने वाले दो वर्षों में यह अर्थव्यवस्था तीसरे नंबर पर रहेगी।
अब एमपी देश के अग्रणी राज्यों में आकर खड़ा हो गया है। पहले बार्डर पर जब पाकिस्तान से गोलियां चलती थी, तो जवान को जवाब देने का हुक्म नहीं था। वो दिल्ली से ऑर्डर का इंतजार करता था। जब से मोदी जी आए हैं। उनका आदेश है जहां से गोली गोली चली है, वहां से मुंह तोड़ जवाब देकर आना।
पीएम मोदी के नेतृत्व में सर्जिकल स्ट्राइक
बीजेपी अध्यक्ष ने आगे कहा- पुलवामा में किसी ने हरकत हुई थी तो बालाकोट में एयर स्ट्राइक हुआ। उरी में किसी ने हिम्मत की भारत के जवानों को तकलीफ देने की। तो सर्जिकल स्ट्राइक हो गया। आज घर में घुसकर मारने की ताकत पीएम मोदी के नेतृत्व में आई है।
जेपी नड्डा ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा- ये नया काम कर रहे हैं। वो महादलित, दलित, आदिवासी, पिछड़ा, अति पिछड़ा का आरक्षण छीनकर धार्मिक आधार पर आरक्षण देना चाहते हैं। बाबा भीमराव अंबेडकर ने कहा कि धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं होगा। जब तक मोदी जी है, जब तक बीजेपी है मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि आदिवासी, दलित और ओबीसी वर्ग का आरक्षण कम नहीं होने देंगे।
नड्डा ने कहा कि इंडी गठबंधन पारिवारिक पार्टियों और घोटालेबाजों का गठबंधन है, इनमें से कुछ जेल में है तो कुछ बेल पर है। ये दलितों, आदिवासियों और पिछड़ा वर्ग का हक छीन कर धार्मिक आधार पर आरक्षण देना चाहते है जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रहते कभी नहीं कर पाएंगे।
नड्डा ने कहा कि आज देश के लोगों को यह जानना जरुरी है कि एक तरह नरेंद्र मोदी है तो दूसरी तरफ कौन है। दूसरी तरफ घमंडिया गठबंधन है। मोदी जी कहते है, भ्रष्टाचार हटाओ और ये कहते है भ्रष्टाचारियों को बचाओ। ये भ्रष्टाचारियों को बचाने का टोला है।उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने धरती, आकाश और पाताल लोक में तक भ्रष्टाचार किया। उन्होंने कांग्रेस के अलावा अखिलेश यादव, लालू यादव और अरविंद केजरीवाल तक पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए।
सागर लोकसभा का इतिहास
सागर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र मध्य प्रदेश राज्य के 29 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है। यह निर्वाचन क्षेत्र 1967 से अनुसूचित जाति के उम्मीदवारों के लिए आरक्षित है। इसमें सागर और विदिशा जिलों के कुछ हिस्से शामिल हैं।
2011 की जनगणना के मुताबिक सागर की जनसंख्या 2313901 है। यहां की 72.01 फीसदी आबादी ग्रामीण क्षेत्र और 27.99 फीसदी आबादी शहरी क्षेत्र में रहती है। सागर की 22.35 फीसदी आबादी अनुसूचित जाति के लोगों की है और 5.51 फीसदी आबादी अनुसूचित जनजाति के लोगों की है।
चुनाव आयोग के आंकड़े के मुताबिक 2014 के चुनाव में इस सीट पर 15,20, 184 मतदाता थे। इसमें से 7,04,827 महिला मतदाता और 8,15,357 पुरुष मतदाता थे। 2014 के चुनाव में इस सीट पर 58.67 फीसदी वोटिंग हुई थी।
सागर लोकसभा सीट पर पहला चुनाव 1951 में हुआ। यहां पर हुए पहले चुनाव में कांग्रेस के सोढिया खूबचंद ने जीत हासिल की थी। उन्होंने जनसंघ के चिंतामनरॉव को हराया था। सोढ़िया ने चिंतामनरॉव को 50 हजार से ज्यादा वोटों से हराया था। 1951 के चुनाव में यह सीट सामान्य वर्ग के लिए थी, लेकिन परिसीमन के बाद 1957 के चुनाव में यह सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हो गई।
इसके बाद 1962 के चुनाव में यह सीट एक बार फिर सामान्य वर्ग के लिए हो गई और फिर इसके बाद 1967 से लेकर 2004 तक यह सीट अनुसूचित वर्ग के लिए आरक्षित रही। परिसीमन के बाद 2009 से यह सीट एक बार फिर सामान्य हो गई।
इस सीट पर बीजेपी और कांग्रेस दोनों को ही बराबर जीत मिली है। दोनों को यहां पर 8 बार जीत हासिल हुई है, जबकि 1 बार जनसंघ को जीत मिली है। 1996 से इस सीट पर बीजेपी का ही कब्जा है। सागर लोकसभा सीट के अंतर्गत विधानसभा की 8 सीटें आती हैं। इन 8 सीटों में से 7 पर बीजेपी का कब्जा है।
2019 का जनादेश
बीजेपी के राजबहादुर सिंह को 6,46,231 वोट मिले (जीते)
कांग्रेस के प्रभु सिंह ठाकुर को 3,40,689 वोट मिले
बसपा के राजकुमार यादव को 20,363 वोट मिले
2014 का जनादेश
2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के लक्ष्मी नारायण यादव ने कांग्रेस के गोविंद सिंह राजपूत को हराया था। इस चुनाव में लक्ष्मी नारायण यादव को 4,82,580(54.11 फीसदी) वोट मिले थे तो वहीं गोविंद सिंह राजपूत को 3,61,843(40.57 फीसदी) वोट मिले थे। दोनों के बीच हार जीत का अंतर 120737 वोटों का था। इस चुनाव में बसपा 2.23 फीसदी वोटों के साथ तीसरे स्थान पर थी।