रिपोर्ट: सत्यम दुबे
नई दिल्ली: सोमवार को राज्यसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रपति के अभिभाषण पर बोल रहे थे। पीएम मोदी ने अपने ही अंदाज में विपक्ष द्वारा किये गये हमलों का भी हिसाब किताब किया। आपको बता दें कि पीएम मोदी ने राज्यसभा में बोलते हुए कहा कि “मोदी है मौका लीजिए” । वहां जमकर ठहाका लगने लगे। आइये बताते हैं कि पीएम मोदी ने मजेदार अंदाज में विपक्ष द्वारा हमलों पर कैसे दिया जबाब…?
राज्यसभा में पीएम मोदी ने भाषण के अंतिम क्षणों में कहा कि “अबकी बार सदन में चर्चा का स्तर अच्छा था। वातावरण भी अच्छा था। मुझपर भी हमले किए गए। लेकिन मुझे अच्छा लगा। मैं आपके काम तो आया। कोरोना की वजह से आप का कहीं आना-जाना नहीं हुआ होगा। घर पर ही फंसे रहते होंगे। लेकिन आपने इतना गुस्सा यहां मेरे ऊपर निकाल दिया। आपका मन हल्का हुआ होगा। ये आनंद आप लगातार लेते रहिए। मैं मेरा सौभाग्य मानूंगा कि मैं आपके लिए इतना काम आया। मोदी है मौका लीजिए।“ जिसके बाद राज्यसभा में तालियां बजने लगी और ठहाके लगने लगे।
पीएम मोदी ने उन लोगो को भी आंड़े हाथो लिया जो लोग भाषण के दौरान बीच में उठकर बोलने लगते हैं। पीएम ने कहा कि “जो लोग उछल-उछल कर राजनीतिक बयानबाजी करते हैं, उनके राज्य में जब उनको मौका मिला तो उन्होंने इसमें से आधा-अधूरा कुछ न कुछ किया है। भारत अस्थिर, अशांत रहे इसके लिए कुछ लोग लगातार कोशिश कर रहे हैं हमें इन लोगों को जानना होगा। हम ये न भूलें कि जब बंटवारा हुआ तो सबसे ज़्यादा पंजाब को भुगतना पड़ा, जब 1984 के दंगे हुए सबसे ज़्यादा आंसू पंजाब के बहे।”
आगे पीएम ने दूध उत्पादन पर भी बोलते हुए कहा कि “दूध उत्पादन किन्हीं बंधनों में बंधा हुआ नहीं है। दूध के क्षेत्र में या तो प्राइवेट या को-ऑपरेटिव दोनों मिलकर कार्य कर रहे हैं। पशुपालकों जैसी आजादी, अनाज और दाल पैदा करने वाले छोटे और सीमांत किसानों को क्यों नहीं मिलनी चाहिए।”
राज्यसभा में पीएम मोदी ने विपक्ष द्वारा किये गय़े एक-एक हमलों का जबाब दिया। कुछ कड़ा बोलने से पहले ही राज्यसभा का वातावरण हसमुख करके पीएम मोदी ने विपक्ष को करारा जबाब दिया।