रिपोर्ट: नंदनी तादी
रुड़की: देश में कोरोना के बढते मामले एक चिंता का विषय है। जिसके बाद देश के कई राज्यों में नाईट कर्फयू लागू कर दिया गया है। अगर बात करें उत्तराखंड की, तो प्रदेश में भी कोरोना के मामले लगातार बढ रहे है। और अब एक बडी खबर सामने आ रही है, जो प्रशासन के लिए एक गंभीर समस्या बन चुकी है।
दरअसल, र्आईआईटी रुड़कीमें कोरोना संक्रमितों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। जिसके बाद घर गए बच्चों को संस्थान प्रशासन ने वापस आने पर पाबंदी लगा दी है। संस्थान में अब तक कोरोना संक्रमितों छात्रों का आकडा 80 के पार पहुच चुका है। फिलहाल उन सभी छात्रों को कोविड केयर सेंटर में इलाज के लिए भेज दिया गया है।
चूँकि आईआईटी रुड़की के छात्रों में कोरोना संक्रमित पाए गए हैं, इसी के चलते आईआईटी रुड़की के चार हॉस्टलों को सील कर दिया गया है। सबसे दिल दहला देने वाली बात तो ये है कि रोज कोरोना संक्रमित छात्रों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है।
आईआईटी की मीडिया सेल प्रभारी सोनिका श्रीवास्तव ने बताया कि सभी का कोविड केयर सेंटर में उपचार चल रहा है। घर गए छात्रों के संस्थान में प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। उन्होंने बताया कि हालात सामान्य होने तक बाहर से आने वाले छात्रों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने आईआईटी परिसर में भी टीकाकरण केंद्र भी खोल दिया है। आपको बता दें, पहले ही दिन यहां करीब 100 लोगों को कोरोना का टीका लगाया जा चूका है। ये फैसला इसीलिए लिए गया क्योंकि आईआईटी परिसर में अचानक कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ी है।
सिविल अस्पताल के प्रबंधक अंकित राणा ने बताया कि उम्मीद है कि अब धीरे-धीरे यहां भी वैक्सीन लगवाने वालों की संख्या बढ़ेगी। आपको बता दें, रुड़की में बुधवार को कोरोना के 91 केस सामने आये हैं, जिससे स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। सिविल अस्पताल के कार्यवाहक सीएमएस डॉ. एके श्रीवास्तव ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम पॉजिटिव आए मरीजों से संपर्क कर रही है।
उन्होंने बताया कि अभी रुड़की क्षेत्र में आइसोलेशन सेंटर बनाने के कोई आदेश नहीं आए हैं। ऐसे में संक्रमितों को हरिद्वार ही भेजा जा रहा है। वहीं दूसरी ओर झबरेड़ा क्षेत्र के भलस्वागाज निवासी कोरोना संक्रमित एक युवक की मौत हो गई।