ईरानी राष्ट्रपति हसन रूहानी ने एक बयान में कहा है कि अमेरिका के द्वारा लगाए गए प्रतिबंध और कोरोना वायरस के कारण यह साल बेहद कठिन रहा है। इसका कारण यह है कि ईरान की रियाल मुद्रा अमेरिकी डॉलर के मुकाबले अपने निम्नतम स्तर पर काम कर रही है।
रूहानी ने यह भी कहा है कि 2018 से शुरू हुआ यह दवाब अब अपने उच्चतम स्तर पर जा पहुंचा है। आपको बता दे कि अब तक यहां 2,20,000 से अधिक मामलों की पुष्टि हुई है और 10,000 से अधिक मौतें हुई हैं।
रूहानी ने कहा कि अगले रविवार से भीड़-भाड़ वाले इलाकों में दो सप्ताह के लिए मास्क पहनना अनिवार्य हो जाएगा। ज्ञात हो, ईरान पर अमेरिका ने परमाणु प्रतिबंध लगाए हुए है। उसके बाद से ही ईरान की आर्थिक हालत ठीक नहीं है।