केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक फरवरी को वित्त वर्ष 2025-26 का केंद्रीय बजट संसद में पेश करेंगी। बजट की तैयारी के अंतिम चरण में, आज शुक्रवार शाम को नई दिल्ली के नॉर्थ ब्लॉक में हलवा सेरेमनी का आयोजन किया जाएगा। इस कार्यक्रम में वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी और वित्त सचिव समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल होंगे।
क्या है हलवा सेरेमनी?
हलवा सेरेमनी बजट की छपाई के पहले की एक परंपरागत रस्म है, जो यह दर्शाती है कि बजट दस्तावेज तैयार हो चुके हैं और उनकी छपाई की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस समारोह का आयोजन नॉर्थ ब्लॉक के बेसमेंट में किया जाता है, जहां बजट की छपाई के लिए विशेष प्रिंटिंग प्रेस स्थापित है। वित्त मंत्री इस कार्यक्रम में हलवा पकाकर बजट की छपाई को हरी झंडी दिखाती हैं।
लॉक-इन प्रक्रिया का महत्व
हलवा सेरेमनी के बाद ‘लॉक-इन’ प्रक्रिया शुरू होती है, जिसमें बजट तैयार करने में शामिल सभी अधिकारी और कर्मचारी नॉर्थ ब्लॉक परिसर में ही रहकर काम करते हैं। इस दौरान उन्हें अपने परिवारों से संपर्क करने की अनुमति नहीं होती। इस परंपरा के माध्यम से बजट दस्तावेज की गोपनीयता और सुरक्षा सुनिश्चित की जाती है। बजट पेश होने तक इन अधिकारियों पर सुरक्षा एजेंसियों की कड़ी निगरानी रहती है, और उन्हें बाहरी दुनिया से पूरी तरह से कट कर रखा जाता है।
बजट तैयार करने की गोपनीयता प्रक्रिया
बजट दस्तावेज की छपाई के दौरान, मंत्रालय के अधिकारी और कर्मचारी पूरी गोपनीयता बनाए रखते हैं। इस दौरान उन्हें फोन और अन्य बाहरी संपर्कों से दूर रखा जाता है। 1950 में बजट के लीक होने के बाद, यह प्रक्रिया नॉर्थ ब्लॉक के बेसमेंट में स्थायी रूप से आयोजित की जाती है, जहां सुरक्षा के उच्चतम मानकों का पालन किया जाता है।
बजट की तैयारी में समय और मेहनत
बजट तैयार करना एक लंबी और जटिल प्रक्रिया होती है, जिसमें वित्त मंत्रालय के अधिकारी कई महीनों तक काम करते हैं। हलवा सेरेमनी के माध्यम से इस कठिन कार्य के प्रति आभार प्रकट किया जाता है और बजट के तैयार होने का औपचारिक ऐलान किया जाता है।