हिंदुजा बंधु के लिए अच्छी खबर सामने आ रही है. संभव है कि वे अब इंडसइंड बैंक में अपनी हिस्सेदारी बढ़ा सकते हैं, जबकि कोटक महिंद्र बैंक के उदय कोटक भी राहत की सांस ले सकते हैं क्योंकि शायद अब नियामकीय अनिवार्यता के चलते उन्हें अपनी हिस्सेदारी न बेचनी पड़े. दरअसल, भारतीय रिजर्व बैंक (आईबीआई) के आंतरिक कार्य समूह ने निजी बैंकों में प्रमोटर्स की हिस्सेदारी की सीमा 26 फीसदी बढ़ाने का प्रस्ताव रखा है. इस ग्रुप के प्रस्ताव के अनुसार, सभी निजी बैंकों के प्रमोटर्स के लिए पेड-अप कैपिटल की एक समान 26 फीसदी तक रखने की सिफारिश की गई है.
इसके परिणामस्वरूप सोमवार को इंडसइंड बैंक के शेयर 5.53 फीसदी की छलांग लगाकर 854.85 रुपये के भाव तक पहुंच गए. बीते एक महीने में यह शेयर 39 फीसदी और एक हफ्ते में 10 फीसदी तक मजबूत हुआ है.
इसने कहा कि प्रमोटर्स की हिस्सेदारी 15 साल के लंबे समय में 15 फीसदी के स्तर से बढ़ाई जा सकती है. जिन प्रमोटर्स ने अपनी हिस्सेदारी 26 फीसदी से नीचे तक घटा दी है, उन्हें मौका मिलेगा कि वे अपनी हिस्सेदारी 26 फीसदी तक बढ़ा सकते हैं.
ग्रुप ने कहा, “इससे स्वामित्व में विविधता का संतुलन बढ़ेगा और प्रमोटर्स की जवाबदेही अधिक बनेगी. दूसरी तरफ, प्रमोटर्स की 26 फीसदी हिस्सेदारी उनकी अधिकतम हिस्सेदारी की सीमा होगी.”
हिंदुजा ग्रुप के पास इंडसइंड बैंक की 14.7 फीसदी हिस्सेदारी है, जबकि ग्रुप के चेयरमैन अशोक हिंदुजा ने कहा कि रिजर्व बैंक से मांग कर रहे हैं कोटक महिंद्रा बैंक के उदय कोटक की तर्ज पर उन्हें भी बैंक में 26 फीसदी हिस्सेदारी रखने का अधिकार मिले. हालांकि, कोटक के पास 15 फीसदी ही मताधिकार है.