मध्यप्रदेश के सोयाबीन उत्पादक किसानों के लिए यह बड़ा अवसर है, क्योंकि समर्थन मूल्य पर पहली बार प्रदेश में सोयाबीन की खरीदी की जा रही है। प्राइस सपोर्ट स्कीम के तहत राज्यभर के 1400 केंद्रों पर आज से यह प्रक्रिया शुरू हो गई है।
ई-उपार्जन पोर्टल पर लाखों किसानों का पंजीकरण
ई-उपार्जन पोर्टल पर 3 लाख 44 हजार किसानों ने पंजीकरण कराया है, जबकि लिखित रजिस्ट्रेशन सहित यह संख्या 4 लाख तक पहुंच चुकी है। खरीदी प्रक्रिया को सुचारू रूप से चलाने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे संवेदनशीलता से किसानों की समस्याओं का समाधान करें और केंद्रों पर पर्याप्त सुविधाएं उपलब्ध कराएं।
किसानों के लिए ऑनलाइन भुगतान
सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि खरीदी के बाद किसानों को उनकी उपज का भुगतान 48 घंटे के भीतर उनके बैंक खातों में ऑनलाइन ट्रांसफर किया जाएगा। इस ऑनलाइन सुविधा से प्रक्रिया में पारदर्शिता और तेजी आएगी।
7 जिलों को छोड़कर बाकी सभी जिलों में शुरू हुई खरीदी
सोयाबीन की खरीदी दतिया, भिंड, कटनी, मंडला, बालाघाट, सीधी और सिंगरौली जिलों को छोड़कर प्रदेश के बाकी सभी जिलों में शुरू हो गई है। जरूरत पड़ने पर उपार्जन केंद्रों की संख्या बढ़ाने के भी निर्देश दिए गए हैं।
मध्यप्रदेश फिर से बना सोयाबीन उत्पादन में अग्रणी
मध्यप्रदेश एक बार फिर से सोयाबीन उत्पादन में देश में पहले स्थान पर आ गया है। अच्छी फसल और समर्थन मूल्य पर खरीदी से किसानों को लाभ मिलेगा। 25 सितंबर से 20 अक्टूबर के बीच पंजीकरण की सुविधा दी गई थी, और आज से खरीदी प्रक्रिया औपचारिक रूप से शुरू कर दी गई है।