मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बताया कि फरवरी 2025 में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के माध्यम से प्रदेश में बड़े पैमाने पर निवेश को आकर्षित करने की योजना है। डॉ. यादव ने कहा कि वे इस उद्देश्य से इंग्लैंड और जर्मनी जाकर निवेशकों को प्रदेश में आमंत्रित करेंगे, जिससे विभिन्न सेक्टर्स में निवेश को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के अवसर सृजित होंगे।
रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव्स से आर्थिक विकास को नई दिशा
मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव्स का आयोजन विभिन्न संभागों में किया जा रहा है, जैसे नर्मदापुरम और शहडोल। ये कॉन्क्लेव्स प्रादेशिक और राष्ट्रीय महत्व रखते हैं और निवेशकों को प्रदेश की ओर आकर्षित करने में सहायक हो रहे हैं।
लगभग तीन लाख करोड़ का निवेश आने की संभावना
डॉ. यादव ने बताया कि आईटी, एमएसएमई, हेवी इंडस्ट्री, और एनर्जी सेक्टर्स में प्रदेश में निवेश बढ़ रहा है। इन क्षेत्रों में लगभग तीन लाख करोड़ रुपये के निवेश की संभावना है, जिससे प्रदेश की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस निवेश से आईटी पार्क्स और रोजगार-प्रेरित उद्योगों का विस्तार होगा।
विदेश यात्रा का उद्देश्य
मुख्यमंत्री का इंग्लैंड और जर्मनी का दौरा निवेशकों को प्रदेश में निवेश के लिए आमंत्रित करने के उद्देश्य से है। उन्होंने आशा जताई कि यह यात्रा आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण साबित होगी।
विपक्ष को सकारात्मक भूमिका निभाने का आह्वान
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विपक्ष से भी सकारात्मक भूमिका निभाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि विपक्ष भी अपने इन्वेस्टर्स को लेकर आए ताकि मध्यप्रदेश का समग्र विकास हो सके।
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का उद्देश्य मध्यप्रदेश में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ाना और राज्य को एक उभरते हुए आर्थिक हब के रूप में स्थापित करना है।