रिपोर्ट: नंदनी तोदी
देहरादून: उत्तराखंड में सियासी खटपट के बीच तीरथ सिंह रावत को उत्तराखंड का मुख्यमंत्री नियुक्त किया गया है। तकरीबन एक महीने बाद पद से हटाए जाने के बाद आज पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ऐडा बयान दिया है।
दरअसल, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने निर्वाचन क्षेत्र में एक बड़ा बयान दिया है। जहा उन्होंने पद से हटाए जाने को साजिश बताई। उन्होंने एक मीडिया से ख़ास बीतचीत में कहा है कि उन्हें नहीं पता, उन्हें क्यों हटाया गया। इसके साथ ही उन्होंने कहा, ‘ ऐसा लगता है कि उनके खिलाफ साजिश रची गई थी।’
आपको बता दें, इस्तीफे देने के लगभग एक महीने बाद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बड़ा बयान दिया है। इससे पहले भी वे सिर्फ इतना कहते थे कि अगर मेरे इस्तीफे की वजह जानने है तो आपको दिल्ली जाना होगा। हालाँकि राजनीति से जुड़े सूत्रों ने बताया कि त्रिवेंद्र सिंह रावत को हटाए जाने की वजह, बीते समय में पार्टी में गुटबाजी तेज होना, प्रशासन के स्तर पर ढीलापन और राज्य में विकास कार्यों की धीमी रफ्तार का होना है जिसकी वजह से उनकी छवि को नुकसान भी पहुंचा है।
आपको बता दें, त्रिवेंद्र सिंह रावत के खिलाफ उनकी ही पार्टी में काफी समय से विधायकों ने मोर्चा खोल हुआ था। पार्टी के विधायकों की नाराजगी को देखते हुए पार्टी के उत्तराखंड प्रभारी दुष्यंत गौतम और केंद्रीय पर्यवेक्षक रमन सिंह को देहरादून भेजा गया था, जहां विधायकों से उनकी परेशानिया सुनी और ये जाना कि वे समझने को तैयार नहीं है।
उसके बाद सीएम त्रिवेंद्र ने खुद दिल्ली जाकर पार्टी के सीनियर नेताओं से मुलाकात की थी। जहा उन्हें सभी विधयाको ने नकार दिया। पार्टी के विधायक की असंतुष्टि को देखते हुए पीएम नरेंद्र मोदी के बाद त्रिवेंद्र सिंह रावत से इस्तीफा लेने का फैसला लिया।