नई दिल्ली : इराक का वो खूनि तानाशाह सद्दाम हुसैन तो आपको याद ही होगा, जिसे मारने के लिए अमेरिका ने अपने लड़ाकों को इरान ने भेजा था। लेकिन उससे पहले ही वो एक गुफा में छिप गया। लेकिन बाद में ऐसी खबर आई की सद्दाम हुसैन मारा गया। फिर भी, बीच-बीच में कुछ ऐसी खबरें उड़ती हैं, जिसके बाद, ये कयास लगने लगता है कि सद्दाम हुसैन अभी भी जिंदा है।
हालांकि हम यहां आपसे सद्दाम हुसैन की बात नहीं करेंगे, बल्कि बात करेंगे उस दामाद की, जिसने सद्दाम हुसैन की कहानी पढ़कर अपने ससुरालियों को मौत के घाट उतार दिया। लेकिन इस घटना में उसके ससुर बच गये, वहीं पत्नी अभी कोमा में है। जबकि सास और कुंआरी साली इस खूनि षड्यंत्र का शिकार हो गई।
दरअसल सद्दाम हुसैन थैलियम नाम के एक जहरीला पदार्थ का इस्तेमाल अपने दुश्मनों के लिए करता था। इसी आइडिए का इस्तेमाल कर दिल्ली के कारोबारी वरुण ने अपनी पत्नी के परिवार को खत्म करने की कोशिश की, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
होमियपैथी दवाओं के निर्माता देवेंद्र मोहन शर्मा ने पुलिस को बताया कि वो इंद्रपुरी में रहते हैं और उनकी फैक्ट्री भी दिल्ली में है। थैलियम के चलते उनकी बेटी प्रियंका शर्मा और उनकी पत्नी अनीता शर्मा की मौत हो चुकी है वही उनकी बड़ी बेटी दिव्या गंगा राम अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रही है।
शर्मा ने बताया कि साल 2009 में दिव्या और वरुण की शादी हुई थी। उनका दामाद गुस्सैल स्वभाव का था और शादी के कुछ महीनों बाद से ही दिव्या के साथ गाली-गलौच और बुरा व्यवहार करने लगा था। हालांकि वो इसके बावजूद बेटी का घर बसाने के लिए लगातार प्रयत्न करते रहते थे। दिव्या ने आईवीएफ तकनीक के सहारे जुड़वां बच्चों को जन्म दिया था। इसके बाद भी वो एक बार फिर प्रेग्नेंट हो गई। दिव्या की फैमिली इस बच्चे को चाहती थी लेकिन डॉक्टर्स ने कहा था कि इससे दिव्या की जान को खतरा हो सकता है।
डॉक्टर्स की बात मानते हुए दिव्या ने एबॉर्शन करा लिया था। इसके बाद से ही वरुण और उसका परिवार दिव्या को काफी प्रताड़ित करने लगे थे। क्योंकि उन्हें दिव्या की जान की कोई चिंता नहीं थीं, उन्हें तीसरा संतान चाहिए था। 31 जनवरी को दिव्या अपने पेरेंट्स के घर इंद्रपुरी आई थी। वरुण ने दिव्या को फोन किया कि वो दिव्या की पूरी फैमिली के लिए मछली बनाकर ला रहा है। दिव्या के मना करने के बावजूद वरुण दोपहर में मछली लेकर घर पहुंच गया था।
शर्मा ने आगे कहा कि वरुण ने दिव्या, मेरी पत्नी और मुझे वो फिश जबरदस्ती खिलाई। मेरी छोटी बेटी प्रियंका घर पर नहीं थी तो उसने शाम को उसके घर लौटने पर उसे मछली खिलाई। इसके बाद 1 फरवरी को प्रियंका की तबीयत खराब होने लगी थी और अस्पताल में एडमिट कराने के बावजूद 15 फरवरी तक उसकी मौत हो गई थी। इसके अलावा मेरी पत्नी की सेहत भी लगातार बिगड़ रही थी।
शर्मा ने कहा कि मेरी बड़ी बेटी के भी 15 फरवरी से बाल झड़ने शुरू हो गए थे। वरूण ने दो दिनों बाद मेरी बेटी के बालों को काट भी दिया था। उसकी हालात लगातार बिगड़ती जा रही थी और वो गंगा राम अस्पताल के आईसीयू में जिंदगी और मौत से जूझ रही है। मेरी पत्नी और बेटी दिव्या के ब्लड टेस्ट में थैलियम पाया गया था। इसके अलावा मेरी पत्नी की भी इलाज के दौरान 21 मार्च को मौत हो गई थी।
उन्होंने कहा कि मुझे पूरा यकीन है कि वरुण ने मछली में थैलियम मिलाकर मेरे पूरे परिवार को दिया था। उसने खुद जबड़े में दर्द होने का बहाना बनाकर मछली को नहीं खाया था। इसके अलावा वरूण-दिव्या के बच्चों को भी ये फिश नहीं दी गई थी। मेरे ब्लड टेस्ट में भी थैलियम की मात्रा सामने आई है।
आपको बता दें कि देवेंद्र मोहन शर्मा की पत्नी और बड़ी बेटी के शरीर में थैलियम मिलने के बाद पुलिस ने आरोपी का लैपटॉप और सिस्टम कब्जे में लेकर उसकी जांच की तो पता चला उसने अपने ससुराल पक्ष को मारने के लिए सद्दाम हुसैन की किताब से आइडिया लिया था। बता दें कि लंच में मछली खाने के बाद कारोबारी की अविवाहित साली की 3 फरवरी को तबीयत खराब हुई थी और उसने दिल्ली के बीएलबी अस्पताल में 15 फरवरी को दम तोड़ दिया। जबकि 7 मार्च को आरोपी की पत्नी दिव्या की तबीयत खराब हुई थी, जो अभी कोमा में है।