नए बोर्ड में फ्लिपकार्ट समूह के सीईओ कल्याण कृष्णमूर्ति और एचडीएफसी के वाइस चेयरमैन और सीईओ केकी मिस्त्री व दो अन्य लोगों को शामिल किया गया है। कंपनी की पब्लिक लिस्टिंग से पहले बोर्ड का पुनर्गठन किया गया है। कृष्णमूर्ति ने कंपनी के कर्मचारियों को एक ईमेल के जरिए सूचित किया है कि नए वर्ष में कंपनी के बोर्ड में कुछ बदलाव देखने को मिलेंगे। कंपनी के चार वर्तमान निदेशक अपना पद छोड़ेंगे, जिन्होंने वालमार्ट के निवेश के बाद पहले दो साल तक कंपनी का परिचालन किया। इनमें राजेश मागो, रोहित भगत, स्टुअर्ट वाल्टन और डिर्क वान डेन बर्घी शामिल हैं।
उन्होंने कहा है, ”हम इस बात से दुखी हैं ये चारों अपना पद छोड़ रहे हैं लेकिन इस बात को लेकर खुशी है कि हमें इनमें से किसी को अलविदा नहीं कहना होगाः राजेश और डिर्क हमें परामर्श देना जारी रखेंगे, स्टुअर्ट वालमार्ट के बोर्ड से हमें स्पांसर करना जारी रखेंगे। वहीं, रोहित फोनपे बोर्ड की अगुवाई करेंगे।
उन्होंने कहा कि चार नए निदेशक अगले साल से बोर्ड से जुड़ेंगे। इनमें कृष्णमूर्ति और मिस्त्री के अलावा वालमार्ट से दो नए निदेशक सुरेश कुमार और ले हॉपकिन्स शामिल होंगे।
कुमार वालमार्ट के ग्लोबल चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर हैं। इसके अलावा उनके पास चीफ डेवलपमेंट ऑफिसर की जिम्मेदारी भी है। दूसरी ओर, हॉपकिन्स वालमार्ट इंटरनेशनल के स्ट्रेटेजी और डेवलपमेंट मामलों के एक्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट हैं।
वर्ष 2018 में वालमार्ट इंक ने फ्लिपकार्ट की 77 फीसद हिस्सेदारी के अधिग्रहण के लिए 16 बिलियन डॉलर का निवेश किया था। इस साल भी कंपनी की अगुवाई में 1.2 बिलियन डॉलर का निवेश फ्लिपकार्ट में आया।
इसी महीने फ्लिपकार्ट ने अपनी डिजिटल पेमेंट यूनिट फोन पे को आंशिक रूप से अलग इकाई बनाने की घोषणा की थी।