{ सतीश गुप्ता की रिपोर्ट }
जिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह ने क्वारेंटाइन सेन्टर में संचालित रसोई का निरीक्षण कर भोजन की गुणवत्ता का जायजा लिया। रसोई में एक ही सब्जी बनने पर जिलाधिकारी ने शेल्टर होम इंचार्ज को कङी फटकार लगाते हुए सुधार नहीं मिलने पर कार्यवाही किए जाने की चेतावनी दी।
रसोई में दोनों टाइम एक सब्जी एवं एक दाल बनाने के जिलाधिकारी ने निर्देश देते हुए कहा कि क्वारेंटाइन किए जा रहे लोगों को दोनों टाइम ताजा एवं स्वच्छ भोजन दिया जाए।
क्वारेंटाइन सेन्टर में रुके लोगों से जिलाधिकारी ने भोजन की जानकारी लेते हुए कहा कि कि किसी प्रकार की समस्या होने पर तत्काल ही फोन पर सूचना दी जाए।
तत्पश्चात जिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह ने सातनपुर मण्डी में प्राइवेट गल्ला दुकानों का निरीक्षण कर सभी आढतियों को शत-प्रतिशत सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन करने के निर्देश दिये।
प्राइवेट दुकानों पर सोशल डिस्टेन्सिंग का उल्लंघन पाये जाने पर मण्डी सचिव डॉ दिलीप कुमार वर्मा को तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिये।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने किसानों से बात कर सरकारी क्रय केन्द्रों पर गेहूं का सही मूल्य 1950/रुपये प्रति कुण्टल का लाभ उठाने हेतु प्रेरित किया तथा क्रय केन्द्रों द्वारा 72 घण्टे के अन्दर किसानों का भुगतान करने के निर्देश दिये।
क्रय केन्द्रों द्वारा किसानों को ससमय भुगतान न किए जाने पर तत्काल ही सूचना देने एवं आसपास के किसानों को भी सरकारी क्रय केन्द्रों पर गेहूं बिक्रय करने हेतु जागरूक किए जाने के जिलाधिकारी ने निर्देश दिये।
इसके उपरांत जिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह ने मण्डी सातनपुर में संचालित गेहूं क्रय केन्द्रों का औचक निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान क्रय संस्था खाद्य निगम के केन्द्र प्रभारी शुभंम गंगवार ने बताया कि अबतक 238 कुण्टल, केन्द्र प्रभारी प्रदीप कुमार यादव ने बताया कि 463 कुण्टल एवं पीसीएफ के केन्द्र प्रभारी मुकेश गंगवार द्वारा बताया गया कि अबतक 159 कुण्टल गेहूं की खरीद हुई है।
जिलाधिकारी ने गेहूं खरीद में सुधार लाने के केन्द्र प्रभारियों को निर्देश देते हुए कहा कि केंद्र प्रभारी अधिक से अधिक किसानों से स्वयं सम्पर्क कर गेहूं की खरीद करें।
जिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह ने समस्त केन्द्र प्रभारियों को गेहूं क्रय केन्द्रों पर कम से कम तीन-तीन बङे मटके रखबाकर पेयजल की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित कराने के निर्देश देते हुए कहा कि शासन की मंशा के अनुरूप क्रय केन्द्रों पर अधिक से अधिक किसानों का गेहूं क्रय कर सही मूल्य 1925/रुपये प्रति कुण्टल से लाभान्वित किया जाए