1. हिन्दी समाचार
  2. दिल्ली
  3. किसानों को अब धरना खत्म कर देना चाहिएः आचार्य प्रमोद कृष्णम

किसानों को अब धरना खत्म कर देना चाहिएः आचार्य प्रमोद कृष्णम

Farmers should end the strike now Acharya Pramod Krishnam;किसानों को अब धरना खत्म कर देना चाहिएआचार्य प्रमोद कृष्णम ।देश और इसकी दशा के विषय पर गोष्ठी का आयोजन ।

By: Amit ranjan 
Updated:
किसानों को अब धरना खत्म कर देना चाहिएः आचार्य प्रमोद कृष्णम

मुमताज़ आलम रिज़वी

नईं दिल्लीः पैगाम ए इंसानियत इंडिया की ओर से “देश और इसकी दशा” के विषय पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें मौजूदा मोदी सरकार पर ज़ोरदार हमला बोला गया और मौजूदा निज़ाम बदलने की वकालत की गई। कांस्टीट्यूशन क्लब आफ इंडिया मे आयोजित कार्यक्रम में आचार्य प्रमोद कृष्णम ने भाग लेते हुए कहा कि जब तीनों कृषि कानून वापस हो गये तो किसानों अब अपना आंदोलन खत्म कर देना चाहिए वरना सरकार आपको अवाम से अलग कर देगी कि यह देश को डिस्टर्ब करना चाहते हैं। कांग्रेस की इस बात को खारिज किया कि आंदोलन जारी रखा जाए।

 

गोष्ठी में सीनियर पत्रकार स॔तोष भारती, मौलाना कलबे रुशैद, एल जे पी लीडर चिराग पासवान, एस पी प्रवक्ता राजकुमार भाटी, कांग्रेस के प्रवक्ता गौरव वल्लभ ,किसान नेता पुषपेंदर सिंह, अधिवक्ता आर के आनंद, प्रोफ़ेसर दिनेश, मौलाना अंसार रज़ा समेत कई नामवर शख्सियत ने भाग लिया और अपने विचार व्यक्त किये। संचालन अमीर हैदर ज़ैदी ने किया। गोष्ठी से संबोधित करते हुए गौरव वल्लभ ने कहा कि देश की दशा खराब है। ऐसी दशा सरकार को सूट करती है। सत्ता में बैठे लोग हनुमान जी जात तलाश कर रहे हैं। एम एस पी पर कानून क्यूं नही बनाती सरकार। अखबार की हेड लाइन की फिक्र सरकार को होती है।किसान को मवाली कहा गया, किसान मरे तो पीएम का एक टवीट नहीं किया। कांग्रेस लीडर ने कहा किसान जाने वाले नहीं हैं। उन्होंने कहा कि देश आज भुखमरी में सुमालिया के साथ खड़ा है, ऐसा कभी नही हुआ यह है देश की दशा। प्रोफ़ेसर दिनेश जी ने कहा ऐसा छूट बोलने वाला पीएम हिटलर के बाद अब देख रहा हूँ। अच्छे लोगों को राजनीति में आना चाहिए वरना ख़राब लोग आ जाएँगे। ज़ैदी ने कहा आर एस एस भाजपा ही नही कांग्रेस और कमुनिस्ट पार्टी में भी हैं। पत्रकार साक्षी जोशी ने कहा कि मीडिया ने मजबूर कर दिया कि लोग आपको देखना बंद कर दे। मीडिया में संवेदना खत्म हो गई है। अच्छा ऐंकर मतलब किसी की कितनी बेइज्ज़ती कर सकते हैं। आगे कैसे बढ़े इस पर बात करें। ऐंटी फेक एजेंडा चलाए।

राश्ट्रीय सहारा उर्दू के डिप्टी ग्रुप एडीटर अबदुल माजिद निज़ामी ने कहा कि जिस देश में ना इंसाफी होगी वहां अमन और खुशहाली नहीं हो सकती, देश की दिशा और दशा ठीक करने के लिए तराजू के दोनों पडले बराबर होंगे तो सब ठीक हो जाएगा। मौलाना कलबे रुशैद ने कहा कि कोई न हाकिम न महकूम है, जिसने बिठाया वह उतार देगा। भारत की म॔जिल गांधी थी, गांधी है गांधी रहेगी। चिराग पासवान ने कहा हम सब अनुभव से सीखते हैं। रोने की बजाए समाधान तलाश करें। दिल जले हैं लेकिन आगे बढ़े। उनहोंने अपने दिल का दर्द बयान किया। मुझे मेरे पिता के नाम से लड़ाया जा रहा है। मुझे अहंकारी बताया जा रहा है। देश में विकास के अलावा कोई चर्चा का विषय नहीं। नरेटिव में हम क्यूं फंस जाते हैं। मुझसे जिन्ना पर सवाल पूछा जाता है तो मैं जवाब नहीं देता। यह करना होगा। मैंने खुद को अलग किया। अमीर और अमीर और गरीब और गरीब हो रहा है। यही फर्क है बाक़ी कोई फर्क नहीं है। जाति नहीं जमात की बात हो। जाति पात में न उलझें। इससे उठकर काम करने की जरूरत है। आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि यूपी के मुख्यमंत्री कहते हैं कि अखिलेश यादव का नाम अखिलेश अली जिन्ना है यह देश की दशा है। देश को दिशा देने के लिए इशारों में नहीं डंके की चोप पर बात करनी होगी। जब तक धर्म के नाम पर सरकार बनेगी तो तब तक धर्म के नाम पर सियासत होती रहेगी। मीडिया  गोदी मीडिया हो गया तो देखता कौन है। अगर योगी सरकार सांप्रदायिक है तो जनता भी सांप्रदायिक है तो फिर क्या होगा। हमें पार्टी नहीं बनना बल्कि संवाद करो। संसद में चर्चा क्यूं विपझ नहीं करता। मथुरा पर  आप क्यूं नहीं बोलेंगे। सिर्फ इसलिए कि हिन्दू नाराज़  हो जाएगा। तो सत्ता का लालच छोड़ो, संविधान बचाओ। महाभारत में किसने किसका कत्ल किया। करबला में किसने किसका कत्ल किया। यानी लडाई सत्ता की थी जिसमें बच्चो का कत्ल हुआ।  किसान पर भी बोले और कहा कि जब तीन कॄषि कानून वापस हो गया तो धरना खत्म करें वरना अवाम नाराज़ हो जाएगी और यही सरकार चाहती है। बार बार नई मांग न करें। आर के आनंद ने कहा कि आर एस एस ने अंग्रेजों का साथ दिया। सरकार पर भी हमला बोला। इस मौके पर संतोष भारतीय, साक्षी जोशी, खुरशीद रब्बानी, अब्दुल माजिद निजामी और मुमताज आलम रिज़वी सहित क्या वरिष्ट पत्रकारो को अवॉर्ड से भी सम्मानित किया गया।ले बराबर होंगे तो सब ठीक हो जाएगा। मौलाना कलबे रुशैद ने कहा कि कोई न हाकिम न महकूम है, जिसने बिठाया वह उतार देगा। भारत की म॔जिल गांधी थी, गांधी है गांधी रहेगी। चिराग पासवान ने कहा हम सब अनुभव से सीखते हैं। रोने की बजाए समाधान तलाश करें। दिल जले हैं लेकिन आगे बढ़े। उनहोंने अपने दिल का दर्द बयान किया। मुझे मेरे पिता के नाम से लड़ाया जा रहा है। मुझे अहंकारी बताया जा रहा है। देश में विकास के अलावा कोई चर्चा का विषय नहीं। नरेटिव में हम क्यूं फंस जाते हैं। मुझसे जिन्ना पर सवाल पूछा जाता है तो मैं जवाब नहीं देता। यह करना होगा। मैंने खुद को अलग किया। अमीर और अमीर और गरीब और गरीब हो रहा है। यही फर्क है बाक़ी कोई फर्क नहीं है। जाति नहीं जमात की बात हो। जाति पात में न उलझें। इससे उठकर काम करने की जरूरत है।

आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि यूपी के मुख्यमंत्री कहते हैं कि अखिलेश यादव का नाम अखिलेश अली जिन्ना है यह देश की दशा है। देश को दिशा देने के लिए इशारों में नहीं, डंके की चोट पर बात करनी होगी। जब तक धर्म के नाम पर सरकार बनेगी तो तब तक धर्म के नाम पर सियासत होती रहेगी। मीडिया गोदी मीडिया हो गया तो देखता कौन है। अगर योगी सरकार सांप्रदायिक है तो जनता भी सांप्रदायिक है तो फिर क्या होगा। हमें पार्टी नहीं बनना बल्कि संवाद करो। संसद में चर्चा क्यों विपक्ष नहीं करता। मथुरा पर आप क्यों नहीं बोलेंगे। सिर्फ इसलिए कि हिन्दू नाराज़ हो जाएगा। तो सत्ता का लालच छोड़ो, संविधान बचाओ। महाभारत में किसने किसका कत्ल किया। करबला में किसने किसका कत्ल किया। यानी लडाई सत्ता की थी जिसमें बच्चो का कत्ल हुआ।  किसान पर भी बोले और कहा कि जब तीन कॄषि कानून वापस हो गया तो धरना खत्म करें वरना आवाम नाराज़ हो जाएगी और यही सरकार चाहती है। बार बार नई मांग न करें। आर के आनंद ने कहा कि आर एस एस ने अंग्रेजों का साथ दिया। सरकार पर भी हमला बोला। इस मौके पर पत्रकारो को सम्मानित भी किया गया।

Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...