रिपोर्ट: सत्यम दुबे
कोलकाता: भारतीय जनता पार्टी बंगाल विधानसभा चुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। पार्टी आला कमान एक ओर जहां बंगाल में विधानसभा चुनाव जीतने की पूरी कोशिश कर रही है। वहीं दूसरी तरफ बंगाल बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष ने अपने एक बयान से पार्टी के सारे समीकरण को उल्टा कर दिया है। इतनी ही नहीं TMC ने दिलीप घोष के बयान को चुनावी मुद्दा बना दिया है।
दरअसल, दिलीप घोष ने रविवार को एक निजी चैनल पर बात करते हुए विवादित बयान दे दिया। आपको बता दें कि घोष ने भगवान श्री राम पर बोलते हुए कहा कि राम एक राजा थे, वो एक क्षत्रिय थे। गांधी जी ने राम राज्य का कल्पना हमको दिया है। दुर्गा पता नहीं कहां से आ जाती हैं। दिलीप घोष का यह बयान मानों TMC को संजीवनी दे दी हो।
आपको बता दें कि दिलीप घोष के इस बयान के बाद TMC लगातार बीजेपी पर हमला कर रही है। इसी बीच 10 TMC समर्थकों ने रविवार को हुगली में अपना सिर मुंडवाकर विरोध दर्ज किया है। सिर मुंडवाने के बाद उन्होने कहा कि घोष को अपने इस बयान पर मांफी मांगनी चाहिए। उन्होने देवी दुर्गा का अपमान किया है।
वहीं बीजेपी घोष के बयान पर बचाव करती नजर आ रही है। घोष के इस बयान पर बीजेपी का कहना है कि TMC घोष के बयान को गलत तरीके से पेश कर रही है। हुगली से बीजेपी सांसद लॉकेट चटर्ची ने कहा कि TMC द्वारा स्टंट किया जा रहा है, हमारी पार्टी को TMC से सीखने की जरुरत नहीं है, कि देवी दुर्गा की पूजा कैसे करें?
बढ़ते विवाद को देख घोष ने भी बाद में कहा कि राम एक राजा थे,क्षत्रिय थे। उनके पूर्वजों का नाम है। वो हमारे आदर्श हैं। मां दुर्गा राजनीतिक व्यक्ति हैं क्या? मां दुर्गा के पूर्वजों का नाम मिलता है क्या? दीदी उसको राजनीति में क्यों घसीट रही हैं। घोष अपने बयान को लेकर कितना भी बचने की कोशिश करें, TMC ने इसको चुनावी मुद्दा बना दिया है।