DGCA bans SpiceJet, license canceled; विमानन नियामक डीजीसीएने स्पाइसजेटपर लगाईपाबंदी। लाइसेंस हुआ कैंसिल। लिथियम-आयन बैटरी सहित खतरनाक सामान ले जाने की अनुमति नहीं।
नई दिल्ली: विमानन नियामक डीजीसीए ने नियमों के कथित उल्लंघन को लेकर स्पाइसजेट पर फिलहाल के लिए कुछ पाबंदी लगाई है। वहीं ‘खतरनाक सामान’ के परिवहन को लेकर स्पाइसजेट के लाइसेंस को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है। सूत्रों ने बताया कि यह निलंबन 30 दिनों के लिए है और इस अवधि के दौरान स्पाइसजेट को अपनी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में लिथियम-आयन बैटरी सहित खतरनाक सामान ले जाने की अनुमति नहीं होगी।
वहीं, एयरलाइन ने कहना है कि एक मामूली समस्या थी जिसमें सामान भेजने वाले के एक पैकेज को ‘गैर-खतरनाक सामान’ घोषित किया गया था। जबकि उसे काली सूची में डाला गया है। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) के नियमों के अनुसार, खतरनाक सामान ऐसे पदार्थ हैं जो स्वास्थ्य, सुरक्षा, संपत्ति या पर्यावरण के लिए जोखिम पैदा कर सकते हैं।
सूत्रों ने बताया कि, ‘‘डीजीसीए ने ऐसे सामान के परिवहन के लिए निर्धारित मानदंडों का उल्लंघन करने को लेकर खतरनाक सामानों के लिए स्पाइसजेट के लाइसेंस को 30 दिनों के लिए निलंबित कर दिया है।’’
बता दें कि इससे पहले डीजीसीए ने कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए अनुसूचित अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक उड़ानों पर प्रतिबंध को 31 अक्टूबर तक बढ़ाने का निर्णय लिया है। डीजीसीए ने कहा कि, यह प्रतिबंध अंतरराष्ट्रीय ऑल-कार्गो संचालन और विशेष रूप से नियामक द्वारा अनुमोदित उड़ानों पर लागू नहीं होगा।
वहीं, स्पाइसजेट ने पैसेंजर्स की सुविधा को ध्यान में रखते हुए हाल ही में मिड-एयर कैब बुकिंग सर्विस शुरू की है। अब यात्री एयरलाइंस इन-फ्लाइट इंटरटेनमेंट प्लेटफॉर्म स्पाइसस्क्रीन सर्विस के जरिए फ्लाइट के दौरान ही कैब की बुकिंग कर सकते हैं।
विमानन नियामक ने कहा कि अनुसूचित अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को मामले के आधार पर चयनित मार्गों पर अनुमति दी जा सकती है। केंद्र सरकार ने पिछले साल 23 मार्च को कोविड-19 के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के संचालन पर प्रतिबंध लगा दिया था। हालांकि, बाद में कुछ देशों के साथ एयर बबल व्यवस्था के तहत उड़ान प्रतिबंधों में ढील दी गई। भारत ने लगभग 25 देशों के साथ एयर बबल समझौता किया है। देश पिछले एक साल से कई देशों के लिए वंदे भारत की उड़ानें संचालित कर रहा है।