शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के नेतृत्व में एक बार फिर से गाय को राष्ट्रमाता घोषित करने की मांग जोर पकड़ रही है। इस मुद्दे को लेकर 22 सितंबर को अयोध्या से एक यात्रा शुरू होगी, जिसका उद्देश्य पूरे देश में गाय की प्रतिष्ठा को बढ़ावा देना है। यह यात्रा प्रदेशों की राजधानियों में जाएगी, जहां गो ध्वज की स्थापना की जाएगी। इस यात्रा के जरिए गौ माता को सम्मान दिलाने और गौ हत्या को रोकने का आह्वान किया गया है।
शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद 8 अक्टूबर को भोपाल पहुंचेंगे
अयोध्या से शुरू होगी यात्रा: 22 सितंबर को अयोध्या से यात्रा की शुरुआत होगी, जो 26 अक्टूबर तक चलेगी। यात्रा के दौरान हर राज्य की राजधानी में गो ध्वज स्थापित किया जाएगा।
भोपाल में 8 अक्टूबर को आयोजन: शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद 8 अक्टूबर को भोपाल पहुंचेंगे, जहां गो ध्वज की स्थापना और गो महासभा को संबोधित करेंगे।
गाय को राष्ट्रमाता का दर्जा देने की मांग: यात्रा का उद्देश्य गाय को पशु की श्रेणी से हटाकर राष्ट्रमाता का दर्जा दिलाना है। इसके साथ ही, गौ हत्या को समाप्त करने की भी अपील की जा रही है।
गोपाष्टमी पर महासम्मेलन: 7 से 9 नवंबर तक दिल्ली में तीन दिवसीय राष्ट्रव्यापी गो प्रतिष्ठा महासम्मेलन आयोजित होगा, जो सरकार पर गाय को राष्ट्रमाता घोषित करने के लिए दबाव बनाएगा।
शंकराचार्य के इस आंदोलन का मकसद न केवल गाय की सुरक्षा सुनिश्चित करना है, बल्कि हिंदू धर्म और समाज के लिए गौ माता को सम्मानित स्थान दिलाना भी है।