दिल्ली में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में पिछले चार दिन से जबरदस्त हिंसा हुई है। इस हिंसा को लेकर राजनीतिक पार्टियां एक के बाद एक अपना बयान दे रही हैं, कांग्रेस प्रवक्ता सुष्मिता देव ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर निशाना साधा है। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि, दिल्ली दंगों के लिए SIT का जो गठन किया है वो कुछ नहीं है सिर्फ अमित शाह के हाथों की कठपुतली है। हमारी ऐसे किसी भी कठपुतली नाटक को देखने में कोई रुचि नहीं है।
आपको बताते चलें कि, दिल्ली हिंसा मामले पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से बीते गुरुवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अगुवाई में पार्टी के शिष्टमंडल ने आग्रह किया कि वह केंद्र सरकार से राजधर्म का पालन कराने और गृह मंत्री अमित शाह को हटाने के लिए कदम उठाए।
राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद सोनिया गांधी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, सीडब्ल्यूसी की बैठक में हमने दिल्ली में स्थिति को लेकर कई मुद्दों पर चर्चा की थी। हमने राष्ट्रपति से मिलने और अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपने का फैसला किया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार हिंसा को लेकर मूकदर्शक बनी हुई है, गृह मंत्री और प्रशासन की निष्क्रियता से बड़े पैमाने पर जानमाल का नुकसान हुआ।
कांग्रेस ने जो ज्ञापन सौंपा है उसमें यह कहा गया है कि, हम इस बात को दोहराते हैं कि गृह मंत्री को हटाए जाए क्योंकि वह हिंसा को रोकने में अक्षम साबित हुए। पार्टी ने ज्ञापन में राष्ट्रपति से कहा कि, हम आपसे आग्रह करते हैं कि नागरिकों के जीवन, संपत्ति और आजादी की सुरक्षित रखा जाए। हम आशा करते हैं कि आप निर्णायक कदम उठाएंगे।
दिल्ली हिंसा को लेकर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि, पिछले कुछ दिनों के भीतर दिल्ली में जो कुछ भी हुआ है वो बहुत चिंताजनक और राष्ट्रीय शर्म का विषय है। यह हालात को नियंत्रित रखने में केंद्र सरकार की पूरी विफलता का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि हमने राष्ट्रपति से कहा है कि वह सरकार से राजधर्म का पालन करने के लिए कहें।