दिल्ली में नई सरकार ने अपनी पहली कैबिनेट बैठक में स्वास्थ्य और महिला सशक्तिकरण को प्राथमिकता देने का संकेत दिया है। अगले 30 दिनों में एक लाख लोगों को आयुष्मान भारत योजना से जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें 70 वर्ष या उससे अधिक आयु के बुजुर्ग भी शामिल होंगे। साथ ही, महिला सम्मान निधि योजना अगले महीने बजट स्वीकृति के बाद लागू कर दी जाएगी।
स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार को ध्यान में रखते हुए हर जिले में एक शहरी आयुष्मान आरोग्य मंदिर स्थापित किया जाएगा। यह मॉडल अन्य राज्यों से अलग होगा। सरकार ने निर्देश दिए हैं कि सभी आरडब्ल्यूए और सोसायटी में आशा कर्मचारियों को प्रवेश दिया जाए, ताकि स्वास्थ्य सेवाएं हर नागरिक तक पहुंच सकें। इसके अलावा, दिल्ली सरकार और राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के बीच आयुष्मान भारत योजना के लिए एमओयू भी जल्द किया जाएगा।
शहरी विकास फ्लैट पर भी मिलेगा पीएम आवास योजना का लाभ
बैठक में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत फ्लैट्स को भी शामिल करने पर चर्चा हुई। इससे दिल्ली के नागरिकों को नए फ्लैट खरीदने पर करीब 2.60 लाख रुपये तक की बैंक लोन सब्सिडी का लाभ मिल सकता है। हालांकि, इस पर अंतिम फैसला लिया जाना बाकी है।
डिस्पेंसरियों को बनाया जाएगा आरोग्य मंदिर-पीएचसी
सरकार ने नगर निगम और राज्य सरकार की डिस्पेंसरियों को अपग्रेड करके आयुष्मान आरोग्य मंदिर-पीएचसी में बदलने की योजना बनाई है। पहले 30 दिनों में 11 डिस्पेंसरियों को अपग्रेड किया जाएगा। केंद्र सरकार ने दिल्ली के लिए कुल 1139 शहरी आयुष्मान आरोग्य मंदिरों को मंजूरी दी है। वर्तमान में 553 मोहल्ला क्लीनिक कार्यरत हैं, जिन्हें अपग्रेड किया जाएगा, और 413 नए आयुष्मान आरोग्य मंदिर स्थापित किए जाएंगे।
नई सरकार की यह योजना स्वास्थ्य सेवाओं और महिला कल्याण को मजबूत करने की दिशा में बड़ा कदम साबित होगी।