नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी के भाजपा और आरएसएस पर दिए गए बयान के बाद राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और अन्य नेताओं ने राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा। राहुल गांधी ने कांग्रेस के नए मुख्यालय के उद्घाटन के दौरान भाजपा और आरएसएस पर तीखा हमला करते हुए कहा था कि कांग्रेस सिर्फ इन संगठनों से ही नहीं, बल्कि पूरी व्यवस्था से लड़ रही है।
जेपी नड्डा का पलटवार
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राहुल गांधी के बयान को कांग्रेस का “घिनौना सच” करार देते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “राहुल गांधी ने स्वीकार किया है कि कांग्रेस भारतीय राज्यों के खिलाफ लड़ रही है। यह कोई नई बात नहीं है। कांग्रेस का इतिहास उन ताकतों का समर्थन करने का रहा है, जो भारत को कमजोर करना चाहती थीं। सत्ता के लिए कांग्रेस ने हमेशा देश की अखंडता से समझौता किया है।”
‘भारत विरोधी एजेंडे पर काम कर रही कांग्रेस’: भाजपा
नड्डा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस का नेतृत्व भारत विरोधी ताकतों से जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा, “राहुल गांधी और उनका तंत्र शहरी नक्सलियों और भारत को बदनाम करने वाली ताकतों के साथ घनिष्ठ संबंध रखता है। यह कांग्रेस की पुरानी नीति रही है, जिसने देश को कमजोर किया। लेकिन भारत की जनता उनकी सड़ी-गली विचारधारा को खारिज कर चुकी है।”
राहुल गांधी के बयान पर भाजपा प्रवक्ता का हमला
भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने राहुल गांधी को जॉर्ज सोरोस जैसे विदेशी प्रायोजकों का एजेंट बताया। उन्होंने कहा, “राहुल गांधी का बयान महज संयोग नहीं है। यह कांग्रेस और उनके सहयोगियों द्वारा भारत को कमजोर करने का सोचा-समझा प्रयोग है।”
जेडीयू का भी कांग्रेस पर हमला
भाजपा की सहयोगी पार्टी जेडीयू के नेता राजीव रंजन प्रसाद ने भी राहुल गांधी पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा, “कांग्रेस का अतीत उन्हें ऐसे आरोप लगाने की अनुमति नहीं देता। राहुल गांधी का बयान भारत की जनता द्वारा लगातार खारिज किया जा रहा है।”
राहुल गांधी का बयान
कांग्रेस मुख्यालय के उद्घाटन पर राहुल गांधी ने कहा था, “हम सिर्फ भाजपा और आरएसएस से नहीं, बल्कि पूरी व्यवस्था से लड़ रहे हैं। इन संगठनों ने देश की लगभग हर संस्था पर कब्जा कर लिया है।”
राहुल गांधी के बयान के बाद भाजपा और कांग्रेस के बीच तीखी बहस छिड़ गई है। जहां भाजपा इसे देशविरोधी एजेंडे का हिस्सा बता रही है, वहीं कांग्रेस अपने नेता के बयान को लोकतांत्रिक लड़ाई का हिस्सा बता रही है। आने वाले दिनों में यह मुद्दा और गरमा सकता है।