दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के मतदान संपन्न होने के बाद अब सत्ता की चाबी किसके हाथ लगेगी, इस पर चर्चाएं तेज हो गई हैं। इस चुनाव में भाजपा ने निम्न और मध्य वर्ग के मतदाताओं में सेंध लगाकर विपक्षी दल AAP और कांग्रेस की चिंता बढ़ा दी है। एग्जिट पोल के अनुसार, झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले 46% मतदाताओं ने भाजपा के पक्ष में मतदान किया, जबकि AAP को 45% वोट मिले हैं।
झुग्गी-झोपड़ी और कॉलोनी मतदाताओं में भाजपा की पैठ
दिल्ली में 1.56 करोड़ मतदाता हैं, जिनमें से 80 लाख से अधिक मतदाता निम्न और मध्य वर्ग से आते हैं। पहले ये मतदाता कांग्रेस और AAP का समर्थन करते थे, लेकिन इस बार भाजपा को झुग्गी-झोपड़ी वाले 46% और कॉलोनी-फ्लैट के 48% वोट मिले हैं।
कहां बढ़त बना रही है भाजपा?
एग्जिट पोल के अनुसार, भाजपा को उत्तर-पूर्वी दिल्ली, पूर्वी दिल्ली, चांदनी चौक, संगम विहार, पालम, करावल नगर और पटपड़गंज जैसे इलाकों में बढ़त मिली है। ये वे क्षेत्र हैं, जहां पहले कांग्रेस और बाद में AAP का वर्चस्व था।
मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में भी भाजपा ने किया बेहतर प्रदर्शन
चौंकाने वाली बात यह है कि इस चुनाव में भाजपा ने मुस्लिम बाहुल्य विधानसभा क्षेत्रों में भी 50% के करीब मत हासिल किए हैं। इससे साफ है कि भाजपा ने इन इलाकों में अपनी पहुँच और प्रभाव बढ़ाया है।
दिल्ली में बदले सियासी समीकरण
झुग्गी-झोपड़ी वाले इलाकों में भाजपा की ऐतिहासिक सेंध।
कॉलोनी और फ्लैट मतदाताओं में भी भाजपा को बढ़त।
मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में भाजपा का प्रभाव बढ़ा।
भाजपा के विकास और रोज़गार के एजेंडे ने वोटर्स को प्रभावित किया।
क्या बदलेगा दिल्ली का राजनीतिक परिदृश्य?
अब सबकी निगाहें आधिकारिक नतीजों पर टिकी हैं, लेकिन एग्जिट पोल के आंकड़ों से साफ है कि भाजपा ने AAP और कांग्रेस को मुश्किल में डाल दिया है। क्या दिल्ली की सत्ता का गणित बदलने वाला है? यह देखना दिलचस्प होगा।