दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर तैयारियों के बीच, आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर जनता को शुभकामनाएं दी हैं। अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर साझा किए गए वीडियो में केजरीवाल ने वोट की ताकत, लोकतंत्र के महत्व और भ्रष्टाचार के खिलाफ जनता को जागरूक करने की अपील की।
राष्ट्रीय मतदाता दिवस की आप सभी को बहुत-बहुत शुभकामनाएँ।
जो लोग आपका वोट पैसे या तोहफ़ों से खरीदना चाहते हैं, उनसे सावधान रहें। बाबा साहेब ने हम सबको वोट की ताक़त दिलाई, हमें इसे कभी बेचना नहीं है।
आपका वोट सिर्फ़ आपकी आवाज़ नहीं, बल्कि देश का भविष्य भी तय करता है। सही को… https://t.co/j2tNrdhok6
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) January 25, 2025
“वोट आपकी ताकत है, इसे कभी न बेचें”: केजरीवाल
केजरीवाल ने अपने संदेश में कहा कि डॉ. बाबा साहब आंबेडकर ने देश के हर नागरिक को वोट का अधिकार देकर लोकतंत्र को सशक्त बनाया। उन्होंने जनता से आग्रह किया कि वोट को कभी बेचना नहीं चाहिए। उन्होंने कहा, “आपका वोट देश के भविष्य को तय करता है। सही को चुनें, काम को चुनें।”
“चुनाव में पैसे और तोहफों से सावधान रहें”
केजरीवाल ने कहा कि चुनावों के दौरान मतदाताओं को तोहफे और पैसे देकर खरीदने की कोशिश की जाती है। उन्होंने इस प्रथा को लोकतंत्र के लिए खतरनाक बताते हुए कहा, “दिल्ली के चुनावों में तो डेढ़ महीने पहले ही खुलेआम पैसे, चादरें, साड़ियां, राशन और सोने की चेन बांटी जा रही हैं। यह सब भ्रष्टाचार का पैसा है, जो देश को लूटकर इकट्ठा किया गया है।”
जनता से संवाद करते हुए केजरीवाल ने कहा कि अगर कोई पैसा दे रहा है तो उसे जरूर ले लें, लेकिन वोट अपनी अंतरात्मा की आवाज पर ही दें। उन्होंने एक वाक्या साझा किया, जिसमें एक महिला ने पैसे लेने के बावजूद वोट ईमानदारी और विकास के लिए देने की बात कही।
“वोट खरीदने वालों को कभी मत चुनें”
केजरीवाल ने कहा कि वोट खरीदने वाले भ्रष्ट और देशद्रोही होते हैं। उन्होंने जनता से अपील की कि वे ऐसे नेताओं को वोट न दें। उन्होंने कहा, “जिसे मर्जी वोट दें, लेकिन वोट खरीदने वालों को कभी मत चुनें। अगर पैसे पर वोट देंगे, तो लोकतंत्र नहीं बचेगा।”
लोकतंत्र की मजबूती के लिए जागरूकता जरूरी
केजरीवाल ने अपने संदेश में यह स्पष्ट किया कि वोट देने का अधिकार हर नागरिक का कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि यह अधिकार हमें डॉ. आंबेडकर ने दिलाया है और इसे ईमानदारी और विकास के लिए इस्तेमाल करना चाहिए।