कृषि कानूनों को लेकर केंद्र सरकार और किसानों के बीच में गतिरोध जारी है। केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग को लेकर दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हजारों किसान कड़ाके की सर्दी के बावजूद अपनी मांगों से पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। किसान एक महीने से अधिक समय पहले सिंघू बॉर्डर पहुंचे थे।
जहां देश के किसानों को कई राजनीतिक पार्टयों का समर्थन मिल रहा है। कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली के अलग अलग बॉर्डर पर किसान आंदोलन का आज 35वां दिन है।
सरकार और किसानों के बीच एक लंबे अंतराल के बाद आज सातवें दौर की चर्चा होने जा रही है। इस बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किसानों और कृषि कानूनों को लेकर एक इंटरव्यू में अपनी राय रखी है।
राजनाथ सिंह ने कहा- ‘मैं किसान परिवार में पैदा हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी गरीब परिवार से हैं। इसलिए खेती के बारे में हम राहुल गांधी से ज्यादा जानते हैं। क्योंकि मैंने एक किसान मां की कोख से जन्म लिया है। हम किसान विरोधी फैसले नहीं ले सकते।’
एक सवाल के जवाब में राजनाथ ने कहा, ‘मैं किसान परिवार में जन्मा। खेती-किसानी के बारे में राहुल गांधी से ज्यादा जानता हूं। नए कृषि कानूनों से किसानों को फायदा होगा। लेकिन, हां या न वाली मानसिकता लेकर बातचीत नहीं की जा सकती. किसानों को हर कानून के बारे में क्लॉज बाय क्लॉज बातचीत करनी चाहिए। उनका जो दर्द है, वो हमारा भी दर्द है।’
उन्होंने कहा है कि सरकार एमएसपी पर दिया वचन नहीं तोड़ेगी। इसके साथ ही उन्होंने विपक्ष पर भी निशाना साधा। रक्षा मंत्री ने कहा, ”कृषि संबंधी ये जो तीन कानून बने हैं ये किसानों के हितों को ध्यान में रखकर ही बनाएंगे हैं। पिछले सरकारों की तुलना में हमने न्यूनतम समर्थन मूल्य काफी बढ़ाई हैं। इस तीनों कानूनों के माध्यम से हमने पूरी कोशिश की है कि किसानों की आमदनी दो-तीन गुना बढ़े।”
उन्होंने कहा, ”बातचीत हो रही है, मुझे विश्वास है इसका समाधान निकलेगा। मैं किसानों से विनती करता हूं मैंने इस कानूनों को देखा है, मैं भी कृषि मंत्री रह चुका हूं इसलिए मैं कहता हूं कि ये कानून किसानों के हित में है।”
रक्षा मंत्री ने कहा, ”किसान कम से कम 2 साल इस कानून को उपयोग करके देखे कि ये कानून कितना उपयोगी है फिर अगर आपको लगता है कि कानून में संशोधन करने की जरूरत है तो हमारी सरकार संशोधन करने के लिए तैयार है और आज भी किसान बातचीत करे, उन्हें लगता है कि इसमें संशोधन की आवश्यकता है तो हम तैयार हैं।”
राहुल गांधी पर हमलावर होते हुए रक्षा मंत्री ने कहा, ”प्रदर्शन कर रहे किसानों के प्रति असंवेदनशील होने का कोई सवाल ही नहीं है। हमारे किसान और प्रदर्शन कर रहे हैं, इससे ना सिर्फ मैं बल्कि खुद प्रधानमंत्री मोदी भी बहुत दुखी हैं।”
उन्होंने कहा MSP जारी रहेगीराजनाथ ने कहा- ‘2014 के लोकसभा चुनाव के पहले ही मोदी किसानों की आय को दोगुना करने के मुद्दे पर गंभीर थे। मैंने उनसे कई मुद्दों पर लंबी बातचीत की। मैं फिर भरोसा दिलाता हूं कि MSP जारी रहेगी।’
राजनाथ ने किसानों को कथित तौर पर नक्सली और खालिस्तानी कहे जाने पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा- ‘किसान हमारे अन्नदाता हैं. उनके खिलाफ इस तरह की भाषा का इस्तेमाल सरासर गलत है।
उन्होंने आगे खा सरकार भी किसानों के आंदोलन से दुखी है। हम उनका सम्मान करते हैं। अर्थव्यवस्था के लिहाज से भी यह मुश्किल दौर है, किसान हमें इससे उबार सकते हैं। उन्होंने पहले भी ऐसा किया है। लेकिन, इतना जरूर कहूंगा कि किसानों के मुद्दे पर तर्कसंगत विचार-विमर्श होना चाहिए।’