नई दिल्ली : कोरोना वायरस ने पूरी तरह से इंसानी जिंदगी को बदल कर रख दिया है, जिससे लोगों में कोरोना का काफी भय है। इस भय भरे माहौल में जहां लोग पहले एक-दूसरे के सुख-दुख में साथ खड़े नजर आते थे, वहीं आज एक-दूसरे को देखकर छिपते नजर आ रहे है, की कहीं वह भी संक्रमित ना हो जाएं। कोरोना के इसी खौफ से जुड़ा एक मामला यूपी के प्रतापगढ़ के कुंडा कोतवाली के उगापुर गांव से सामने आया है, जहां एक हिंदू महिला के शव को आपत्तिजनक तरीके से घर के सामने दफनाया गया। जिसका विडियो लगातार सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
बताया जा रहा है कि मृतक महिला को पिछले काफी समय से सांस फूलने की परेशानी थी। छह माह पहले महिला के पति की भी मौत हो चुकी थी। जिसके बाद वो अपने मायके में अपनी बहन के साथ रहने लगी थी। मृतक महिला के परिवार में उनकी एक बहन और उसके पति के अलावा कोई और सदस्य नहीं था। बहन का पति मुंबई में मजदूरी का काम करता है।
वहीं इस मामले में गांव वालों का कहना है कि महिला की उम्र लगभग 60 वर्ष थी और उसकी मौत 27 अप्रैल को शाम 6 बजे हुई थी। लेकिन महिला कोरोना पॉजिटिव थी या नहीं इसकी जांच नहीं हुई थी। इसके अलावा गांव वालों ने बताया कि वो एक बुजुर्ग विधवा महिला थी और अपनी बहन के साथ एक ही घर में रहती थी। मौत के दो दिन तक शव घर पर पड़ा रहा और उसमें दुर्गंध आनी शुरू हो गई थी।
फिर गांव वालों ने मृतक महिला की बहन से अंतिम संस्कार के बारे पूछा तो उसने कहा कि उसका पति मुंबई में काम करता है। उसके आने के बाद ही वो दाह संस्कार करेंगे। इसके अलावा उसने खेत और गंगा किनारे दाह संस्कार के लिए मना कर दिया था। लेकिन गांव वालों ने इस पर आपत्ति जताई। क्योंकि शव को और ज्यादा देर रखा नहीं जा सकता था। इसलिए सबकी सहमति से महिला के शव को घर के सामने ही दफना दिया गया।
वहीं जब इस मामले की जानकारी प्रशासन के आला अधिकारियों को लगी तो वो मौके पर पहुंचे और मामले की जांच शुरू की। गांव वालों ने अधिकारियों को बताया कि अंतिम संस्कार के लिए घर पर कोई नहीं था इसलिए सबकी सहमति के बाद ही घर के सामने शव को दफनाया गया है। फिलहाल अभी इस घटना पर कोई भी अधिकारी कुछ भी बोलने से बच रहा है।