मध्य प्रदेश में साइबर अपराध और एआई के दुरुपयोग पर नियंत्रण के लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कड़े कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। प्रदेश के हर जिले में साइबर थाने स्थापित किए जाएंगे ताकि साइबर ठगी और अपराध पर प्रभावी रोक लगाई जा सके। मंगलवार को मंत्रालय में गृह विभाग की समीक्षा बैठक में CM ने कहा कि पुलिस को भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार रहना होगा। इस दौरान उन्होंने ड्रग्स नेटवर्क और गौ-तस्करी पर सख्त कार्रवाई, महिला सुरक्षा, नक्सल गतिविधियों की समाप्ति, और पुलिस बल के सशक्तिकरण के निर्देश भी दिए।
साइबर क्राइम और AI पर नियंत्रण की योजना
सीएम डॉ. यादव ने पुलिस को साइबर क्राइम और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के गलत उपयोग से समाज की सुरक्षा के लिए तैयार रहने को कहा। सभी जिलों में साइबर थाने बनाकर साइबर अपराधों पर कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
ड्रग्स और गौ-तस्करी पर कड़ी नजर
नशे के नेटवर्क को ध्वस्त करने और गौ-तस्करी रोकने के लिए सीएम ने पुलिस को सघन मॉनिटरिंग और समन्वय के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही, राज्य के सभी हुक्काबार और नाइट क्लबों पर कड़ी निगरानी और संदिग्ध व्यक्तियों पर कठोर कार्यवाही के लिए पुलिस को निर्देशित किया गया है।
महिला सुरक्षा और अपराध नियंत्रण
महिला अपराधों पर रोकथाम के लिए विशेष अभियान चलाने की योजना बनाई गई है। सीएम ने कहा कि बालिकाओं की सुरक्षा पर फोकस करते हुए गुमशुदा बालिकाओं की बरामदगी और नाबालिगों के खिलाफ अपराधों में कठोरतम सजा सुनिश्चित की जाए।
नक्सल गतिविधियों पर पूर्ण नियंत्रण का लक्ष्य
मध्य प्रदेश में नक्सल गतिविधियों को मार्च 2026 तक समाप्त करने का लक्ष्य रखा गया है। सीएम ने संभावित नक्सल क्षेत्रों में हॉक फोर्स की भर्ती और सघन ऑपरेशन चलाने के निर्देश दिए हैं।
पुलिसकर्मियों के लिए बेहतर कार्य वातावरण और सुविधाएं
सीएम ने पुलिस कर्मियों को बेहतर कार्य वातावरण देने, आवास और ऋण व्यवस्था की प्रक्रिया को आसान बनाने के निर्देश दिए। साथ ही, सेवानिवृत्त कर्मियों के स्थान पर नियमित भर्ती और प्रभावी कार्यवाहियों का प्रचार सुनिश्चित करने को कहा।
राज्य स्तरीय पुरस्कार और पुलिस बैंड का पुनरुद्धार
पुलिस कर्मियों की उत्कृष्ट सेवा को प्रोत्साहित करने के लिए राज्य स्तरीय ‘रुस्तमजी’ पुरस्कार पुनः शुरू किए जाएंगे। इसके अलावा, पुलिस बैंड की ऐतिहासिक परंपरा को पुनर्जीवित करने के निर्देश भी दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने उज्जैन महाकाल मंदिर क्षेत्र में विशेष थाना स्थापित करने का भी निर्देश दिया, जिससे कि तीर्थ क्षेत्र की सुरक्षा में मजबूती आए।